संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी मिशन के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दो भारतीय- अमेरिकी महिलाओं को अहम जिम्मेदारी दी है. सोहिनी चटर्जी और अदिति गोरूर को बाइडेन प्रशासन ने अहम राजनयिक पदों की जिम्मेदारी दी है. चटर्जी यूएन में अमेरिकी राजदूत की सीनियर पॉलिसी एडवाइजर होंगी. जबकि गोरूर को यूएन में अमेरिकी मिशन के लिए एडवाइजर नियुक्त किया गया है.
चटर्जी विश्व पटल के मुद्दों की जानकार हैं.वो कोलंबिया यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स भी पढ़ा चुकी हैं. इससे पहले वह यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवेलपमेंट (USAID) में पॉलिसी एडवाइजर भी रह चुकी हैं. बीते नवंबर में एक इंटरव्यू के दौरान चटर्जी ने कहा था कि भारत और अमेरिकी के बीच यूएन काउंसिल में अच्छे संबंध स्थापित होंगे. इस साल जनवरी से भारत दो साल के लिए यूएनएसी का अस्थाई सदस्य है. उन्होंने भारत के साथ रणनीतिक बातचीत का समर्थन किया था साथ ही कहा था कि जलवायु परिवर्तन की समस्यों को सुलझाने में मदद मिलेगी.
अदिति गोरूर यूएन की शांतिरक्षा की जानकार हैं. गोरूर सिविलयंस के खिलाफ होने वाली हिंसा को रोकने के लिए काम करती हैं. वह स्टीमसन सेंटर में प्रोटेक्टिंग सिविलियंस कॉन्फ्लिक्ट प्रोग्राम की फेलो और डायरेक्टर रह चुकी हैं. स्टीमसन ज्वॉइन करने से पहले वह इंडियन इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन सेटलमेंट इन इंडिया, द एशिया फाउंडेशन एंड सेंटर फॉर लिबर्टी इन मिडिल ईस्ट, वॉशिंगटन और मेलबर्न यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज के संग कार्यरत रही हैं. जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी से उन्होंने इंटरनेशनल सिक्योरिटी में एमए किया है साथ ही मेलबर्न यूनिवर्सिटी से डेवेलपमेंट स्टडीज और लॉ में बीए किया है.