अफगानिस्तान में सोमवार को वही हुआ जो 2001 में कच्छ में हुआ था. वैसा ही विनाशकारी भूकंप, वही बच्चे, स्कूल और वैसी ही भगदड़. अफगानिस्तान में जब भूकंप आया तो स्कूल चल रहे थे. तालुकन इलाके में ऐहतियातन बच्चे बाहर की ओर भागे. यही भागदौड़ भगदड़ में बदल गई और 12 बच्चियों की मौत हो गई. 35 से ज्यादा बच्चे घायल हैं.
मोदी ने किया ट्वीट
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कच्छ की याद दिलाई. कहा, अभी अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से बात हुई. वहां स्कूल में भगदड़ से हुई त्रासदी का पता चला. मुझे 2001 का कच्छ याद आ गया. तब वहां के अंजार में भी ठीक ऐसी ही त्रासदी हुई थी.
When President @ashrafghani was telling me about the school, my mind went back to a similar tragedy in Anjar, Kutch in 2001. Felt very sad.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 26, 2015
गुजरात के कच्छ में 2001 में 7.7 की तीव्रता का भूकंप आया था. अब अफगानिस्तान में भी 7.5 की तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के ही हिंदुकुश में था. शुरुआत में इसकी तीव्रता 7.7 बताई गई. बाद में इसे सुधाकर 7.5 किया गया. जबरदस्त भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स से लोग दहशत में रहे. पाकिस्तान में भारी तबाही
पाकिस्तान में भूकंप से सबसे ज्यादा तबाही हुई है. अकेले पाकिस्तान में ही 165 लोग मारे गए. कई इमारतें ढह गईं. सैकड़ों लोग घायल हो गए. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है.
भारत, पाकिस्तान समेत अफगानिस्तान में भी सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. अफगानिस्तान में भूकंप से 24 लोगों की मौत हो गई. भारतीय दूतावास के मुताबिक काबुल में रहने वाले सभी भारतीय सुरक्षित हैं. भारतीय राजनयिक अमर सिन्हा ने काबुल में स्थिति का जायजा भी लिया.
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