अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर रूस को लेकर 'बिग प्रोग्रेसिव' यानी बड़ी प्रगति का दावा किया है. ये बयान उनकी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद आया है.
ट्रंप ने अपने संक्षिप्त संदेश में लिखा कि 'Big progress on Russia, stay tuned'. यानी 'रूस पर बड़ी प्रगति हुई है, देखते रहिए...'. हालांकि उन्होंने इस प्रगति के बारे में कोई अतिरिक्त जानकारी शेयर नहीं की.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हालिया अलास्का में हुई मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि अमेरिका यूक्रेन को NATO जैसी सुरक्षा गारंटी देने पर विचार कर सकता है. ये अटकलें तब और तेज हुईं जब राष्ट्रपति ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ ने खुलासा किया कि वार्ता के दौरान पुतिन ने पहली बार इस तरह की व्यवस्था पर खुलापन दिखाया.
कैसी रही ट्रंप-पुतिन की मीटिंग?
विटकॉफ़ ने कहा कि हम इस बात पर सहमत हुए कि अमेरिका और अन्य यूरोपीय देश वास्तव में अनुच्छेद-5 जैसी भाषा में सुरक्षा गारंटी दे सकते हैं. ये पहली बार है जब पुतिन ने ऐसे प्रस्ताव के लिए रज़ामंदी दिखाई है. हालांकि करीब तीन घंटे चली बैठक के बावजूद दोनों नेताओं के बीच युद्ध रोकने पर कोई ठोस सहमति नहीं बनी. लिहाजा, यूरोपीय सरकारें अब रूस पर दबाव बढ़ाने के नए विकल्पों पर विचार कर रही हैं.
US के विदेश मंत्री ने दिए बड़े संकेत
इसी बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भी संकेत दिया कि ट्रंप-पुतिन वार्ता में कुछ ऐसे मुद्दों पर चर्चा हुई है जो भविष्य में शांति की दिशा में प्रगति ला सकते हैं. रूबियो ने कहा कि मैं ये नहीं कह रहा कि हम रूस-यूक्रेन शांति समझौते के बिल्कुल करीब हैं, लेकिन इतना ज़रूर हुआ है कि राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ आगे की बैठक का आधार बन सके. हालांकि, रूबियो ने चेतावनी भी दी कि अगर शांति समझौता नहीं हो पाता है, तो रूस के खिलाफ अतिरिक्त कदम उठाने होंगे. उन्होंने साफ किया कि अमेरिका युद्ध समाप्त कराने की कोशिशें जारी रखेगा, लेकिन इसकी सफलता की गारंटी नहीं दी जा सकती. रूबियो ने कहा कि अगर यह युद्ध ऐसे ही चलता रहा तो हज़ारों लोगों की मौत जारी रहेगी. हम शायद वहीं पहुंच जाएं, लेकिन हम नहीं चाहते कि हालात उस दिशा में बढ़ें.