इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों ने अमेरिका को नई चेतावनी दी है. चेतावनी यह है कि इराक में जेहादियों से मुकाबला करने के लिए वाशिंगटन द्वारा पैदल सेना तैनात करने का परिणाम युद्ध के मैदान में उनकी हार होगी.
अल-हयात मीडिया सेंटर ने 52 सेकंड का वीडियो बुधवार को जारी किया है, जिसमें एक फिल्म के ट्रेलर की तरह टैंकों, विस्फोट और सैनिकों को दिखाया है. इसके आखिर में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की एक झलक आती है, जिसमें वे जोर देते हैं कि अमेरिका इराक में जमीनी लड़ाई में शामिल नहीं होगा.
सोशल मीडिया पर यह वीडियो 'फ्लेम्स ऑफ वार- फाइटिंग हैज जस्ट बिगेन..कमिंग सून' (युद्ध की आग- लड़ाई अभी शुरू ही हुई है..शीघ्र आ रहा है) नाम से सामने आता है. इसे अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ जनरल मार्टिन डेम्पसेय की सीनेट की सशस्त्र सेनाओं की समिति के सामने पेशी के बाद जारी किया गया है.
डेम्पसेय ने सांसदों से कहा, 'जैसा कि मेरा मानना है, यदि हम उस स्थिति में हैं, जहां इराकी सैनिकों के साथ तय लक्ष्यों पर हमला करने में हमारे सलाहकार साथ हो सकते हैं तो मैं इसकी सिफारिश भी राष्ट्रपति से करूंगा.'
ओबामा ने बुधवार को दोहराया कि अमेरिकी सैनिक आईएस के साथ लड़ाई में भूमिका नहीं निभाएंगे.
आईएस ने किया न्यूयार्क पर हमले का आह्वान
न्यूयॉर्क शहर और लास वेगास के सभी प्रमुख पर्यटक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यह कदम 'इस्लामिक स्टेट' आतंकी समूह द्वारा अमेरिका में इन शहरों पर उन्नत हथियारों से हमला करने के लिए किए गए ऑनलाइन आह्वान को देखते हुए उठाया गया है.
न्यूयॉर्क शहर पुलिस आयुक्त विलियम ब्रैटन ने संवाददाताओं से कहा, 'यह पहला मौका है, जब आईएस ने इस माध्यम का इस्तेमाल 'भेड़िया' के जैसे हमला करने के लिए किया है.'
उन्होंने कहा, 'आप जैसा सोचते हैं, हम उतने ही चिंतित हैं. अपने भर्ती प्रयासों और लोगों को प्रेरित करने के प्रयासों के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने में आईएस, अलकायदा से कहीं आगे है.'
ब्रैटन ने कहा कि कि सीरिया और इराक में सक्रिय आईएस के आतंकवादियों के लिए पश्चिम के पासपोर्ट पर न्यूयॉर्क पहुंचना बेहद आसान है.