18वीं शताब्दी में मैसूर के शासक रहे टीपू सुल्तान की अंगूठी विवादों के बीच लंदन में नीलाम कर दी गई. यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया की एक रिपोर्ट में सामने आई है.
बीबीसी के मुताबिक इस अंगूठी पर देवनागरी लिपि में हिंदू देवता राम का नाम खुदा हुआ है. यह अंगूठी क्रिस्टी के नीलामीघर से 1,45,000 यूरो में नीलाम हुई. नीलामीघर के मुताबिक अंगूठी का वजन 41.2 ग्राम था और एक बोली लगाने वाले ने अनुमानित कीमत से लगभग 10 गुना ज्यादा कीमत अदा की है.
यह अंगूठी संभवत: चौथे एंग्लो-मैसूर युद्ध (1798-1799) के दौरान हुई टीपू सुल्तान की मृत्यु के बाद उनके शव से निकाल ली गई होगी. यह युद्ध मैसूर राज्य और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच लड़ा गया था. अंगूठी को लेकर विवाद, मुस्लिम शासक द्वारा पहनी गई अंगूठी पर हिंदू भगवान राम का नाम होने को लेकर था.
टीपू सुल्तान यूनाइटेड फ्रंट ने भारत सरकार से अंगूठी की नीलामी रोकने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया था, क्योंकि यह ऐतिहासिक निशानी थी. संगठन ने यह भी कहा था कि अगर अंगूठी की नीलामी होती है तो भारतीय परोपकारियों को देश के खातिर इसे खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए था.
अंगूठी को 2012 में ही क्रिस्टी की नीलामी सूची में रखा गया था, लेकिन बाद में इसे हटा लिया गया था. टाइगर ऑफ मैसूर के नाम से मशहूर टीपू सुल्तान (20 नवंबर, 1750 - 4 मई, 1799) एक ज्ञानी, सैनिक और कवि थे.
टीपू सुल्तान, मैसूर के सुल्तान हैदर अली के बड़े बेटे थे.