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Ukraine-Russia War: पिता की कब्र पर जा गिरा था रूसी रॉकेट, पुतिन से बदला लेने को इस यूक्रेनी ने उठाई बंदूक

Ukraine-Russia War : रूसी हमलों के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की भी रूस को खुली चुनौती देकर अपनी सेना के जवानों और युद्ध में उनका साथ दे रहे नागिरकों को हौसला बढ़ा रहे हैं. वह आम नागरिकों से भी जंग में मदद करने अपील कर रहे हैं. उनकी अपील के बाद सेना में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में लोग सामने आ रहे हैं.

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यूक्रेनी नागिरक ने सुनाई आपबीती
यूक्रेनी नागिरक ने सुनाई आपबीती
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूक्रेन के राष्ट्रपति सेना की मदद करने की कर रहे अपील
  • हजारों युवा सेना में शामिल होने के लिए लौट रहे कीव

रूस ने अपने हमलों में यूक्रेन के लोगों को इतने गहरे जख्म दिए हैं कि हजारों की संख्या आम नागरिक भी रूस के खिलाफ जंग में यूक्रेनी सेना का साथ देने के लिए सामने आ रहे हैं. ट्रेन से कीव जा रहे ऐसे ही एक नागरिक व्लादिमीर से आजतक की रिपोर्टर ने बात की. व्लादिमीर ने बातचीत में बताया कि वह पोलैंड में अपने रिश्तेदारों को सुरक्षित पहुंचाने के बाद यूक्रेन सेना का इस युद्ध में साथ देने के लिए कीव जा रहा है. 

'व्लादिमीर नाम से नफरत हो गई मुझे'
नागरिक ने बताया कि भले ही उसका नाम व्लादिमीर हो लेकिन रूस के राष्ट्रपति का नाम भी व्लादिमीर है इसलिए मुझे अब इस नाम नफरत हो गई है. उन्होंने बताया कि मुझे इस बात का अंदेशा था कि दोनों देशों के बीच युद्ध शुरू होगा लेकिन इस तरीके से शुरू होगा इस बात का अहसास नहीं था. यूक्रेन के पूर्वी दो क्षेत्रों लुहान्स्क और डोनेट्स्क से लंबे समय से विवाद रहा है. मैंने इन इलाकों के कई लोगों के साथ काम किया. कई समझदार लोग करीब 8 साल पहले वहां से कीव आ गए. हमारे बीच 8 साल से विवाद रहा था.

'जानवर से भी गया गुजरा है रूस'
व्लादिमीर से पहले दिन जब रूस ने हमला किया मैं सो रहा था लेकिन धमाके की आवाज सुनकर मैं चौंक गया. रूस के हमलों ने मुझे हिलाकर कर दिया. मैं उसकी जानवरों से भी तुलना नहीं करूंगा क्योंकि जानवरों में भी भावनाएं होती हैं. रूस में बिल्कुल भी इंसानियत नहीं बची है. मुझे समझ नहीं आ रहा कि 2022 में इस तरह की दरिंगी कोई कैसे कर सकता है.

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भले न जीतें लेकिन हम लड़ते रहेंगे
व्लादिमीर पेशे से कम्यूटर गेम्स बनाते हैं और पहले कभी बंदूक छुई तक नहीं है लेकन देश के लिए हथियार उठाने के लिए तैयार हैं. रिपोर्टर के सवाल पर व्लादिमीर ने माना कि उनका देश रूस से युद्ध जीतने वाला नहीं है लेकिन यूक्रेन की ही जमीन पर हमारे दादा-परदादा की समाधि बनी है इसलिए हम उसका सामना करेंगे. उन्होंने बताया कि पिछले साल सितंबर में उनके पिता का देहांत हो गया था. रूसी हमले के दौरान जब टीवी टावर पर मिसाइल से हमला किया गया था तक मिसाइल उनके पिता की कब्र पर आ गिरी और सब कुछ तहस नहस हो गया. मैं इसका बदला लेकर रहूंगा.

 

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