पाकिस्तान, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से कई नामचीन हस्तियों की हत्या कराना चाहता है. इसका सनसनीखेज खुलासा तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और जमात-उल-अहरार का पूर्व प्रवक्ता एहसानुल्लाह एहसान ने किया है. एहसानु्ल्लाह एहसान ने बताया, 'जब मैं जेल में बंद था, तब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों ने मुझको पाकिस्तान के दुश्मनों को मारने को कहा था, लेकिन मैंने उनकी इस पेशकश को ठुकरा दिया था. मैं किसी और युद्ध या प्रॉक्सी वॉर में शामिल नहीं होना चाहता था.'
पाकिस्तान को एक बार फिर से बेनकाब करते हुए एहसानु्ल्लाह एहसान कहा, 'जब मैंने इस पेशकश को ठुकरा दिया, तो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने मेरे ऊपर दबाव बनाया था और इसके लिए कई दांव-पेंच आजमाए थे. हालांकि मैंने अपना इरादा नहीं बदला था.'
एहसानुल्लाह एहसान ने यह भी दावा किया, 'मुझको पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों ने उन लोगों की लिस्ट भी दी थी, जिनको वो मारना चाहती थीं. इस लिस्ट में कई दिग्गज हस्तियां भी शामिल थीं. आपको बता दें कि साल 2012 में मलाला यूसुफजई पर हमला करने और साल 2014 में पेशावर आर्मी स्कूल पर आतंकी हमले को अंजाम देने के आरोप में एहसानुल्लाह एहसान को जेल भेजा गया था, जहां से वह इसी साल फरार हो गया था.
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साल 2012 में महिला शिक्षा के लिए अभियान के दौरान नोबेल शांति पुस्कार विजेता मलाला यूसुफजई को पाकिस्तान की स्वात घाटी में एक बंदूकधारी ने गोली मार दी थी. वहीं 16 दिसंबर 2014 को पेशावर के आर्मी स्कूल पर हुए हमले में 132 छात्रों समेत 149 लोगों की मौत हो गई थी. इन दोनों आतंकी हमलों में एहसानुल्लाह एहसान शामिल था.
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एहसानुल्लाह एहसान ने खुद ऑडियो क्लिप जारी करके जेल से फरार होने की जानकारी दी थी. इसमें उसने यह दावा करते हुए पाकिस्तान सेना पर वादा न पूरा करने का आरोप लगाया था. ऑडियो क्लिप में उसने कहा था, 'अल्लाह की मदद से मैं 11 जनवरी, 2020 को सुरक्षा बलों की जेल से भागने में सफल रहा.'