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स्पेन ने कैटेलोनिया का नियंत्रण अपने हाथ में लिया, अलगाववादी सरकार बर्खास्त

स्पेन ने कैटेलोनिया का नियंत्रण सीधे अपने हाथ में ले लिया है और वहां की अलगाववादी सरकार को बर्खास्त कर दिया है.

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स्पेन ने कैटेलोनिया का नियंत्रण अपने हाथ में लिया
स्पेन ने कैटेलोनिया का नियंत्रण अपने हाथ में लिया

कैटेलोनिया के खुद स्पेन से अलग होने की घोषणा के बाद राजनीतिक संकट गहरा गया है. स्पेन ने कैटेलोनिया का नियंत्रण सीधे अपने हाथ में ले लिया है और वहां की अलगाववादी सरकार को बर्खास्त कर दिया है.

शुक्रवार को कैटेलोनिया ने अपनी क्षेत्रीय संसद में एक प्रस्ताव पारित कर खुद को आजाद मुल्क घोषित कर दिया था, जिसके बाद स्पेन की संसद ने कैटेलोनिया पर सीधा नियंत्रण करने का प्रस्ताव पास किया. इसके बाद स्पेन की सरकार ने कैटेलोनिया की संसद को भंग करने के साथ ही वहां के राष्ट्रपति, उनके डिप्टी, सभी मंत्रियों और क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख जोसेप लुइस त्रापेरो को बर्खास्त कर दिया.

शुक्रवार रात सरकारी गजट के जरिए कैटेलोनिया की अलगाववादी सरकार को बर्खास्त किया गया. स्पेन के प्रधानमंत्री मारियानो राजोय ने कैटेलोनिया की संसद को भंग करने के साथ ही 21 दिसंबर को क्षेत्रीय चुनाव कराने का आह्वान किया है यानी अब कैटेलोनिया के भविष्य पर पूरी तरह से मुहर 21 दिसंबर को ही लगेगी. इससे ऐसा लगता है कि स्पेन में अभी संवैधानिक संकट बना हुआ है.

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कैटेलोनिया कैबिनेट के सदस्यों को नहीं दिया जाएगा भुगतान

कैटेलोनिया के राष्ट्रपति कार्ल्स पुइग्डेमोंट की जगह अब पूर्वोत्तर क्षेत्र में राजोय शीर्ष निर्णयकर्ता बन गए हैं. पुइग्डेमोंट और कैटेलोनिया कैबिनेट के 12 सदस्यों को अब भुगतान नहीं किया जाएगा और अगर वे निर्देशों को मानने से इनकार करते हैं, तो उन पर दूसरों का दायित्व हड़पने का आरोप लगाया जा सकता है. वहीं, अभी तक कैटेलोनिया के शीर्ष अधिकारियों की ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं आया है. हालांकि बर्खास्त किए गए कैटेलोनिया के क्षेत्रीय पुलिस निदेशक ने बयान जारी किया है और कहा है कि वह निर्देशों का पालन करेंगे.

स्पेन के PM ने सीनेट से कैटेलोनिया संसद को भंग करने को कहा था

इससे पहले शुक्रवार सुबह मारियानो राजोय ने सीनेट से कैटेलोनिया के अधिकारियों को बर्खास्त करने को कहा था. हालांकि कैटेलोनिया की संसद की ओर से आजादी की घोषणा करने के बाद राजोय ने स्पेन के लोगों से शांति बनाए रखने को कहा था. उन्होंने कहा था कि कैटेलोनिया में जल्द ही कानून व्यवस्था दुरुस्त कर ली जाएगी. मालूम हो कि आर्थिक मंदी और सार्वजनिक खर्चों में कटौती के बाद से कैटेलोनिया की आजादी की मांग तेज हो गई थी.

साल 2015 में अलगाववादियों ने किया था  वादा

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स्पेन में साल 2015 के चुनाव में कैटेलोनिया अलगाववादियों को जीत मिली थी. इस चुनाव के दौरान ही इन्होंने कैटेलोनिया को आजाद कराने के लिए जनमत संग्रह कराने का वादा किया था. साल 1977 में तानाशाही से उबरने के बाद से यह स्पेन में सबसे बड़ा राजनीतिक संकट माना जा रहा था. हालांकि स्पेन के नेतृत्व ने इस जनमत संग्रह को खारिज कर दिया था. दूसरी तरफ अदालतों ने भी इसे रोकने को कहा था. इस मसले को लेकर स्पेन पुलिस ने कैटेलोनिया के कई अधिकारियों को गिरफ्तारी भी की थी. अब मारियानो राजोय ने 21 दिसंबर को चुनाव कराने की घोषणा की है, जिसके बाद ही कैटेलोनिया के भविष्य का फैसला हो पाएगा.

यह है कैटेलोनिया का इतिहास

स्पेन के सबसे समृद्ध इलाकों में शुमार कैटेलोनिया का करीब एक हजार साल पुराना इतिहास है. स्पेन में गृहयुद्ध से पहले इसे स्वायत्तता मिली थी. साल 1939 से 1975 के बीच जनरल फ्रांसिस्को फ्रैंको के नेतृत्व में कैटेलोनिया की इस स्वायत्तता को खत्म कर दिया गया था. हालांकि जब फ्रैंको की मौत हो गई, तो कैटेलोनिया को आजाद करने की फिर से मांग उठने लगी.

इसका नतीजा यह हुआ कि साल 1978 के संविधान में इसके पूर्वोत्तर इलाकों को फिर से स्वायत्तता देनी पड़ी. इसके बाद साल 2006 में एक अधिनियम के तहत कैटेलोनिया की शक्तियों में इजाफा कर दिया गया. इस बीच कैटेलोनिया का आर्थिक दबदबा बढ़ा और वह एक राष्ट्र के रूप में देखा जाने लगा. हालांकि यह ज्यादा दिन नहीं रही और स्पेन की कोर्ट ने साल 2010 में सारी शक्तियां वापल ले ली, जिससे कैटेलोनिया प्रशासन नाराज हो गया था.

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