स्पेन से अलग होने के लिए सरकार के कड़े विरोध के बावजूद कैटेलोनिया में रविवार को जनमत संग्रह हुआ. हिंसा के बीच हुए जनमत संग्रह के बाद कैटेलोनिया प्रशासन ने घोषणा की कि जनमत संग्रह में भाग लेने वाले 90 फीसदी लोग स्पेन से अलग होना चाहते हैं. वहीं स्पेन का कहना है कि देश की संवैधानिक अदालत ने इस जनमत संग्रह को अवैध करार दिया है.
बता दें कि जनमत संग्रह के दौरान स्पेनी पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. इस झड़प में कम से कम 91 लोग घायल हो गए.
बीबीसी की खबर के मुताबिक कैटेलोनिया के शीर्ष नेता कार्लस पुजिमोन्ट ने भी दावा किया है, 'अब कैटेलोनिया को स्वतंत्र देश के तौर पर अस्तित्व में आने का अधिकार मिल गया है. उन्होंने कहा है कि वह इस जनमत संग्रह के परिणाम को कैटेलोनिया की संसद में भेजेंगे.'
जमनत संग्रह अवैध
स्पेन का कहना है कि देश की संवैधानिक अदालत ने इस जनमत संग्रह को अवैध करार दिया है. प्रधानमंत्री मारियानो रहोई ने कहा है कि जनमत संग्रह हुआ ही नहीं है. उनका कहना है कि कैटेलोनिया के अधिकतर लोग स्पेन से अलग नहीं होना चाहते.
झड़प में 337 लोग घायल
कैटेलोनिया की सरकार के स्वास्थ्य विभाग की एक प्रवक्ता ने बताया कि झड़प के बाद कुल 337 लोग अस्पताल और स्वास्थ्य केन्द्र गए. साथ ही उन्होंने बताया कि अभी तक 91 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई. बता दें कि प्रदर्शनकारियों के पथराव में 12 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. बार्सिलोना की मेयर ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की.
भेजे अतिरिक्त पुलिस बल
कैटेलोनिया में हज़ारों संख्या में अतिरिक्त पुलिस बल भेजे गए. स्पेन की पुलिस ने बैलेट पेपर और मतदान पेटी ज़ब्त की. अस्थायी रूप से लोगों को हिरासत में भी लिया. साथ ही पुलिस ने स्थानीय सरकार के संचार माध्यमों को अपने कब्जे में ले लिया.
53 लाख से ज्यादा लोग हुए शामिल
जनमत संग्रह में शामिल होने के लिए 53 लाख से ज्यादा लोगों को बुलाया गया था. जनमत संग्रह के लिए मतपत्र पर केवल एक प्रश्न लिखा था, ‘क्या आप कैटालोनिया को स्पेन से अलग कर एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाना चाहते हैं?’ इस संबंध में ‘हां’ और ‘नहीं’ की दो मतपेटियां थीं.
कब हुआ जनमत संग्रह का वादा?
कैटेलोनिया में हुए 2015 के चुनाव में अलगाववादियों को जीत मिली थी. इस चुनाव के दौरान ही इन्होंने जनमत संग्रह कराने का वादा किया था.