स्कॉटलैंड को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित करने के पक्ष में जनमत संग्रह जारी है. स्कॉटलैंड की जनता को मतदान केंद्रों पर पहुंचकर इस सवाल के पक्ष या विपक्ष में मत देना है कि स्कॉटलैंड को एक स्वतंत्र राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए या नहीं.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, यहां 32 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से रात्रि 10 बजे तक मतदान जारी रहेगा. ब्रिटेन के इतिहास में यह पहला मौका है, जब स्कॉटलैंड को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित करने के लिए जनमत संग्रह कराए जा रहे हैं.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 97 फीसदी योग्य मतदाता जनमत संग्रह पर हस्ताक्षर कर चुके हैं और यह स्कॉटलैंड में अब तक का सबसे बड़ा जनमत संग्रह है. जनमत संग्रह के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए जा सकते हैं. यदि स्कॉटलैंड की जनता का बहुमत स्वतंत्र राष्ट्र के पक्ष में हुआ, तो शेष ब्रिटेन के साथ बातचीत और समझौते के बाद 24 मार्च, 2016 को स्कॉटलैंड स्वतंत्र राष्ट्र बन जाएगा.
गौरतलब है कि अक्टूबर, 2012 को ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और स्कॉटलैंड के पहले मंत्री एलेक्स साल्मंड (स्कॉटिश नेशनल पार्टी) ने एडिनबर्ग समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत स्कॉटलैंड को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित करने के लिए 2014 में जनमत संग्रह कराने का समझौता हुआ था. हालांकि इससे पहले भी साल 1979 और 1997 में स्कॉटलैंड में जनमत संग्रह हो चुके थे.