
Andrei Sukhovetsky Death: यूक्रेन के साथ जंग में रूस की सेना एक सीनियर कमांडर की मौत होने की खबर है. दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन के साथ लड़ाई में रूसी सेना के मेजर जनरल एंड्री सुखोवेत्स्की की मौत हो गई है. हालांकि, रूस की ओर से अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
मेजरल जनल एंड्री सुखोवेत्स्की रूस की 7वीं एयरबोर्न डिविजन के कमांडिंग जनरल होने के साथ-साथ 41वीं कंबाइंड आर्म्स आर्मी के डिप्टी कमांडर भी थे. न्यूज एजेंसी ने सेना से जुड़े सूत्रों के हवाले से बताया है कि सुखोवेत्स्की को स्नाइपर से मारा गया है.
मेजर जनरल सुखोवेत्स्की को मौत को रूस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. माना ये भी जा रहा है कि उनकी मौत से पता चलता है कि रूस की सेना को प्लान के हिसाब से सफलता नहीं मिल रही है.
मेजर जनरल सुखोवेत्स्की रूस के बेहतरीन पैराट्रूपर्स थे. उन्हें बहादुरी के लिए रूस ने दो बार सम्मानित भी किया था.
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कौन थे मेजरल जनरल सुखोवेत्स्की?
रूस के अखबार Pravda के मुताबिक, सुखोवेत्स्की ने 1995 में रयाजान हायर एयरबोर्न कमांड स्कूल से ग्रेजुएशन किया था. उसके बाद उन्होंने प्लाटून कमांडर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की. सुखोवेत्स्की को बाद में गार्ड्स एयरबोर्न असॉल्ट यूनिट का प्रमुख भी बनाया गया था.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, 47 साल के सुखोवेत्स्की को अक्टूबर 2021 में ही 41वीं डिविजन का डिप्टी कमांडर नियुक्त किया गया था. उन्होंने कई मोर्चों पर रूस की सेना को लीड किया है. चेचेन्या वॉर, अबकाजिया और सीरिया में उन्होंने रूस की सेना को लीड किया.
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चेचेन्या के साथ रूस ने 1999 में दूसरी बार युद्ध किया था. वहीं, अबकाजिया जॉर्जिया का हिस्सा रहा है, जिसे 2008 की जंग में रूस ने अलग कर दिया था और अलग स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता दे दी थी. सीरिया में भी गृहयुद्ध के दौरान रूस की सेना वहां लंबे समय तक मौजूद रही थी.
इसके अलावा मार्च 2014 में रूस में क्रिमिया के विलय में भी मेजर जनरल सुखोवेत्स्की की अहम भूमिका रही थी. उन्होंने दो बार मॉस्को में आयोजित विक्ट्री परेड में भी हिस्सा लिया था.