फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने गुरुवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से गुरुवार को बातचीत की. दोनों नेताओं के बीच करीब 90 मिनट तक बातचीत हुई. बातचीत को लेकर मैंक्रों ने कहा कि अभी यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के बुरे हालात आने बाकी हैं.
मैंकों के अनुसार, पुतिन ने कहा कि अगर यूक्रेन रूस की शर्तों को स्वीकार नहीं करता है, तो आक्रामक जारी रखने के लिए रूस दृढ़ संकल्पित है. रूस का उद्देश्य पूरे यूक्रेन पर नियंत्रण करना है. रूसी समाचार एजेंसी की ओर से ये जानकारी सामने आई है.
बता दें कि तीन दिन पहले भी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बात की. इस दौरान पुतिन ने कहा कि यूक्रेन समाधान तभी संभव है जब रूस के सुरक्षा हितों पर विचार किया जाए. सोमवार शाम पुतिन और मैक्रों के बीच 1.30 घंटे बातचीत हुई थी. इस दौरान रूस ने यूक्रेन को बख्शने के एवज में अपनी तीन शर्तें रखी थी.
रूस की ये थी तीन शर्तें
रूस की तीन शर्तों में शामिल था कि क्रीमिया पर रूसी संप्रभुता की मान्यता, यूक्रेन का विसैन्यीकरण और विमुद्रीकरण और यूक्रेन की तटस्थ स्थिति सुनिश्चित करना. वहीं, साथ ही लगाए गए प्रतिबंधों के बाद पुतिन ने पश्चिम को 'झूठों का साम्राज्य' करार दिया.
बता दें कि रूस और यूक्रेन का युद्ध अब महायुद्ध में बदल चुका है, रूस अब यूक्रेन में महा-तबाही मचा रहा है. यूक्रेन का चप्पा-चप्पा इस महायुद्ध की गवाही दे रहा है. 8 दिन में रूस ने यूक्रेन की सूरत बिगाड़ कर रख दी है. लेकिन यूक्रेन भी इस युद्ध में पीछे नहीं हट रहा है. रूस के बरसते बम और मिसाइलों के हमले शहर के शहर तबाह बर्बाद कर चुके हैं. इसके बावजूद भी यूक्रेन सरेंडर करने को तैयार नहीं है.