
रूस-अमेरिका जंग का आज 11वां दिन है. दो दौर की बातचीत के बाद भी दोनों देश के बीच कोई समझौता नहीं हो पाया है. हमलावर रूस को यूक्रेन सैन्य शक्ति के साथ-साथ रणनीतिक और कूटनीति तौर पर जवाब देने में लगा है. इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया है कि इस जंग में रूस के 10 हजार सैनिक मारे गए हैं. साथ ही रूस को सैन्य साजो सामान का भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है. हालांकि, इस दावे की प्रमाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है.
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबास का दावा है कि रूस ने 5 मार्च तक इस संघर्ष में अपने 10,000 सेना के जवानों को खो दिया है. इसके अलावा रूसी सेना के 79 फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर यूक्रेन ने मार गिराए हैं. साथ ही 269 रूसी टैंक, 945 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन और 45 मल्टी रॉकेट लॉन्च सिस्टम को भी यूक्रेन ने तबाह कर दिया है. दुनिया की महाशक्तियों में शामिल रूस को जंग में टक्कर दे रहे यूक्रेन के हौसले बुलंद है और जेलेंस्की सरकार का कहना है कि रूस यह लड़ाई हार चुका है. उसे अपनी सेना वापस बुला लेनी चाहिए.

यूक्रेनी विदेश मंत्री विदेश मंत्री का रूसी राष्ट्रपति से कहना है, ''पुतिन, यूक्रेन को अकेला छोड़ दो. आप यह युद्ध नहीं जीतेंगे. यह रूसियों की जिंदगी को बचाने और इस खूनखराबे को खत्म करने का समय है.'' उन्होंने रूस पर कसते शिकंजे को लेकर कहा कि पहले से ही 113 कंपनियों ने रूस में काम करना बंद कर दिया है. मैं उनके फैसलों की सराहना करता हूं. बता दें कि रूस के खिलाफ पश्चिमी और यूरोपियन देशों की अपील पर Puma, Payoneer, Paypal, Adobe, IBM, Visa और Mastercard जैसे ब्रांड्स ने रूस में अपना कामकाज बंद कर दिया है.
उधर, रूस ने मारिरोपोल और वोल्नोवाखा में लड़ाई फिर से शुरू हो गई है. इससे पहले मानवीय गलियारा बनाने देने के लिए अस्थायी युद्धविराम किया जाना था, लेकिन रूसी सैनिकों की गोलाबारी ने यह सीजफायर टूट गया.
यूक्रेनी शहर मारियोपोल के मेयर वादिम बॉयचेंको ने शनिवार रात दावा किया कि रूसी सेना ने उनके शहर में गोलाबारी तेज कर दी है, जिसमें हवाई जहाज का इस्तेमाल भी शामिल है. पोर्ट सिटी रूसी सेना की घेराबंदी से बहुत ही बुरी स्थिति में है. रिहायशी ब्लॉकों पर लगातार गोलाबारी जारी है और हवाई जहाज रिहायशी इलाकों पर बम गिरा रहे हैं.
वहीं, यूक्रेन की राजधानी कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने सैटेलाइट इंटरनेट टर्मिनल स्टारलिंक के साथ अपना फोटो जारी किया है. उन्होंने बताया है कि इस एसआईटीएस का इस्तेमाल राजधानी के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और इसकी रक्षा के लिए किया जाएगा.
बता दें कि रूस का टारगेट अब राजधानी कीव पर कब्जा करना है. मगर माना जा रहा है कि यूक्रेनी सेना के इंतजामों और वहां के नागरिकों के विरोध के चलते हमलवार देश के लिए यह कार टेड़ी खीर साबित हो रहा है. पता हो कि बीती 24 फरवरी से रूस का यूक्रेन पर हमला जारी है, लेकिन इसे रूसी सेना की कोई छिपी हुई रणनीति कहें या फिर यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई की ताकत, कीव अभी तक पुतिन के लड़ाकों के कब्जे में नहीं आ सका है.