
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पति प्रिंस फिलिप का अंतिम संस्कार शनिवार को कर दिया गया. उन्हें विंडसर कासल के सेंट जॉर्ज चैपल में दफना दिया गया. विंडसर कासल महारानी का आधिकारिक निवास भी है. कोरोना की वजह से उनके अंतिम संस्कार में 30 लोग ही शामिल हो सके. इनमें सभी उनके परिवार के सदस्य थे. प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन भी इसमें शामिल नहीं हुए.

प्रिंस फिलिप को 'ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग' भी कहा जाता था. वे ग्रीस और डेनमार्क के शाही परिवार से आते थे. अगर कोरोना नहीं होता तो उनके अंतिम संस्कार में देश की एक तिहाई आबादी जुटती लेकिन कोरोना की वजह से ऐसा नहीं हो सका. शुरुआत में अंतिम संस्कार में 800 लोगों के शामिल होने की तैयारी थी, लेकिन बाद में कोविड रिस्ट्रिक्शन की वजह से 30 लोगों को ही बुलाया गया. ये लिस्ट महारानी ने ही तैयार की थी.

प्रिंस फिलिप की अंतिम यात्रा 50 मिनट की थी. इस दौरान महारानी ने काले कपड़े पहने थे. उनके पीछे उनके चार बेटे, 8 पोते और 10 परपोते चल रहे थे. प्रिंस फिलिप का ताबूत उसी लैंड रोवर कार में रखा गया था, जिसे उन्होंने 1970 के दशक में डिजाइन किया था. उनके ताबूत में उनकी नौसेना की टोपी और तलवार भी रखी गई थी. ये तलवार महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पिता किंग जॉर्ज छठे ने 1947 में प्रिंस फिलिप को तोहफे के रूप में दी थी. ये तोहफा था एलिजाबेथ से शादी का.

अंतिम संस्कार में शामिल शाही परिवार के सभी सदस्यों ने काले रंग के कपड़े पहने थे. अंतिम यात्रा के दौरान शाही परिवार के लोगों ने मिलिट्री यूनिफॉर्म पहनी थी. हालांकि, प्रिंस हैरी और प्रिंस एंड्र्यू सादे कपड़ों में ही थे. प्रिंस हैरी ने खुद को शाही परिवार से अलग कर लिया है, जबकि यौन शोषण के आरोपों के बाद प्रिंस एंड्र्यू की शाही सदस्यता खत्म कर दी गई थी.

प्रिंस फिलिप के अंतिम संस्कार के दौरान कोई भाषण नहीं हुआ. उनके अंतिम संस्कार से पहले एक मिनट का मौन रखा गया था. विंडसर कासल के बाहर प्रिंस फिलिप को श्रद्धांजलि देने हजारों लोग जुटे थे.

गौरतलब है कि 9 अप्रैल को प्रिंस फिलिप का 99 वर्ष की आयु में निधन हो गया था. प्रिंस फिलिप को ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग (Duke of Edinburgh) का सम्मान हासिल था. प्रिंस फिलिप से महारानी एलिजाबेथ की शादी वर्ष 1947 में हुई थी. दोनों की शादी को 73 साल का समय हो चुका है.

अंतिम संस्कार के दौरान एक अजीबो गरीब मामला भी हुआ. दरअसल, विंडसर कासल के बाहर बने क्वीन विक्टोरिया के स्टैच्यू के पास एक महिला टॉपलेस होकर दौड़ती हुई आई और जोर से चिल्लाई "सेव द प्लानेट". जिसे पुलिस ने वहां से भगा दिया.