पाकिस्तान में एक बार फिर से हिन्दू लड़की के अपहरण और फिर जबरन धर्मांतरण का मामला सामने आया है. एक 13 साल की हिन्दू लड़की का अपहरण कर, उसे जबरदस्ती इस्लाम धर्म में परिवर्तित कराया गया है और फिर अपहरणकर्ता से ही उसकी शादी करा दी गई है.
मामला सिंध प्रांत के घोटकी का है, जहां 13 साल की हिन्दू लड़की का बहलानी जनजाति के एक मुस्लिम द्वारा अपहरण कर लिया गया. इसके बाद बरेलवी मौलवी मियां मिट्ठू ने उसका जबरदस्ती धर्मांतरण करा दिया. इसके बाद मौलवी ने लड़की की शादी उसी अपहरणकर्ता से ही करा दी. जिस तरह की वीडियो और फोटो सामने आए हैं, उससे पता चल रहा है कि लड़की नाबालिग है.
पाकिस्तान में हिन्दू लड़कियों के अपहरण और धर्मांतरण के बाद शादी की ये पहली घटना नहीं है, इससे पहले ही 15 साल की हिन्दू लड़की महक कुमारी, जो कक्षा 9 में पढ़ती है, का जैकबबाद जिले के अली रजा सोलंगी ने अपहरण कर कर लिया गया था. जिसके बाद अली रजा ने लड़की से जबरन शादी भी कर ली थी. फिर ये मामला पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था. जिसके बाद कोर्ट ने लड़की को रिहा करने का आदेश दिया था.
सिंध प्रांत हिन्दू लड़कियों के अपहरण, जबरन धर्मांतरण और फिर शादी करने के लिए केंद्र बन चुका है. पाकिस्तान में हिन्दू परिवारों पर हो रहे इस अत्याचार के बारे में अंतरराष्ट्रीय मीडिया एजेंसी ने एक रिपोर्ट पब्लिश करते हुए बताया था कि पाकिस्तान में हर साल करीब 1 हजार लड़कियों का जबरन धर्मांतरण कराया जाता है. जिसमें सिन्धु प्रांत सबसे प्रमुख राज्य है. चूंकि यहां की हिन्दू आबादी अत्यधिक गरीब और कमजोर है. इसलिए इन्हें निशाना बनाया जाता है.
सिंध में केवल हिन्दू लड़कियों ही नहीं बल्कि इसाई लड़कियों के अपहरण और जबरन धर्मांतरण के मामले भी सामने आए हैं. इनमें से नेहा नाम की एक इसाई लड़की का मामला खूब चर्चा में रहा था जिसकी शादी एक 45 साल के मुस्लिम युवक से करा दी गई थी.