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UN में फिर PAK का कश्मीर राग, कहा- UNSC प्रस्ताव लागू हो

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वह जम्मू कश्मीर में आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन करता रहेगा. अब्बासी ने कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को लागू करने की मांग की.

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के मंच पर पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वह जम्मू कश्मीर में आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन करता रहेगा. अब्बासी ने कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को लागू करने की मांग की.

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए कश्मीर मामले का स्थायी समाधान जरूरी है. अब्बासी ने भरोसा जताया कि इस प्रस्ताव को लागू करने से विवादित मुद्दे को हल करने में मदद मिलेगी.

'भारत के साथ कश्मीर मुद्दा अहम'

अब्बासी ने न्यूयॉर्क में विदेश संबंधों की परिषद द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मूल मुद्दा कश्मीर है. सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव

को लागू करना एक बड़ी शुरुआत होगी, जिससे एक-दूसरे की चिंताओं को हल करने और इस क्षेत्र और पाकिस्तान और भारत के बीच शांति स्थापित करने में मदद मिलेगी. यह दोनों देशों के बीच अहम मुद्दा है.’’

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'नियंत्रण रेखा पर भारत का आक्रामक रूख'

अब्बासी कांग्रेस की सांसद कैरोलिन मैलोनी के एक सवाल का जवाब दे रहे थे जो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से जानना चाहती थीं कि भारत और पाकिस्तान को शांति कायम करने के लिए क्या करने की जरुरत है. अब्बासी यहां संयुक्त राष्ट्र की वार्षिक महासभा में भाग लेने आए हैं जहां वह आज अपना संबोधन देंगे.

उन्होंने एक अन्य सवाल पर कहा, नियंत्रण रेखा पर भारत का आक्रामक रूख है ताकि कश्मीरी लोगों के सच्चे संघर्ष से ध्यान हटाया जा सकें. कश्मीरी लोग भारत के कब्जे के खिलाफ उठ खड़े हुए हैं.

'1948 के बाद हर मंच पर किया समर्थन'

अब्बासी ने विश्व समुदाय से जम्मू कश्मीर के लोगों के आत्म निर्णय के मौलिक अधिकार का सम्मान करने और उसकी रक्षा करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, 'हम पूरी तरह से आत्म निर्णय के अधिकार का समर्थन करते हैं. हम वर्ष 1948 के बाद से हर मंच पर इसका पूरी तरह समर्थन करते रहे हैं और हम समर्थन करना जारी रखेंगे.

उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के अनुसार हल करना चाहिए. इसे लेकर कोई दो राय नहीं है. हम कश्मीरी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार का पूर्ण समर्थन करते हैं और हम विश्व समुदाय से इसका सम्मान और रक्षा करने का आह्वान करते हैं.'

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि भारतीय सेनाओं ने कश्मीर में अत्याचार किए हैं और हम विश्व समुदाय से उम्मीद करते हैं कि वे उन अत्याचारों पर संज्ञान लें. ये उस क्षेत्र में मानवता के खिलाफ बहुत गंभीर अपराध हैं.

भारत के साथ सामान्य संबंध चाहते हैं अब्बासी

उन्होंने कहा कि दोनों पड़ोसी देशों को महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत करने की जरुरत है और वह भारत के साथ सामान्य संबंध चाहते हैं. एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, उन मुद्दों को पहले सुलझाना चाहिए और कश्मीर वहां अहम मूल मुद्दा है. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण रूप से हाल के दिनों में भारत की आक्रामकता बढ़ रही है और यह स्वीकार्य नहीं है. हम भारत के साथ सामान्य संबंध चाहते हैं लेकिन विश्वास और सम्मान के आधार पर.

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