Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान में राजनीतिक संकट गहरा गया है. प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के खिलाफ विपक्षी सांसदों ने मोर्चा खोल दिया है और 25 मार्च को पाकिस्तान की संसद नेशनल असेंबली में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी. इमरान खान के खिलाफ विपक्षी नेता तो हैं ही, साथ ही उनकी अपनी ही पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) में भी बगावत तेज हो गई है. पीएम इमरान खान ने विपक्षी नेताओं पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है.
इमरान के खिलाफ साथ आए 4 विरोधी नेता
1. बिलावल भुट्टोः पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता हैं. उन्होंने धमकी दी है कि अगर संसद में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता है तो ऑर्गनाइजेशन ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) की बैठक नहीं होने दी जाएगी. OIC की बैठक 22-23 मार्च को पाकिस्तान में होनी है. भुट्टो ने सदन के स्पीकर असद कैसर पर संविधान के उल्लंघन का आरोप भी लगाया है.
2. शहबाज शरीफः पाकिस्तानी संसद के विपक्षी नेता हैं. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सांसद हैं और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं. शहबाज शरीफ का कहना है कि जब तक राजनीतिक और संवैधानिक रास्ते से इमरान खान को राजनीति से नहीं हटाया जाता, तब तक पाकिस्तान का भविष्य खतरे में हैं. माना जा रहा है कि इमरान की सरकार गिरती है तो शहबाज शरीफ अंतरिम प्रधानमंत्री बनाए जा सकते हैं.
3. फजल-उर रहमानः पाकिस्तान मूवमेंट पार्टी और जमीयत उलेमा ए फजल (JUI-F) के प्रमुख हैं. PML-N और PPP के साथ इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले नेता हैं. फजल-उर रहमान का दावा है कि इमरान खान बहुमत खो चुके हैं और उनके हाथ से चीजें निकल चुकी हैं. मौलाना फजल-उर रहमान ने पिछले हफ्ते अपने समर्थकों से इस्लामाबाद कूच करने के लिए तैयार रहने को कहा था.
4. अल्ताफ हुसैनः पाकिस्तान के मौजूदा राजनीतिक संकट में मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) के प्रमुख अल्ताफ हुसैन का नाम भी चर्चा में है. इमरान सरकार को MQM-P का समर्थन हासिल है. बिलावल भुट्टो का दावा है कि इमरान के खिलाफ MQM-P के साथ चर्चा चल रही है. MQM-P के संयोजक खालिद मकबूल सिद्दिकी ने जियो न्यूज से कहा था कि इमरान खान के बहुत लंबे समय तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर बने रहने के चांस नहीं है.
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24 सांसद बागी हुए
इमरान की पार्टी PTI के 24 सांसद बागी हो गए हैं. वो इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग करना चाहते हैं. इमरान सरकार के एक्शन के डर से बागी सांसद सिंध हाउस में छिपे हुए हैं. बागी सांसदों का कहना है कि अगर इमरान सरकार उनके खिलाफ कोई एक्शन न लेने का भरोसा दिलाते हैं तो वो संसद पहुंचेंगे. बागी सांसदों में से एक राजा रियाज ने मीडिया को बताया कि पीएम इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग सांसद अपनी समझ से करेंगे.
अब इमरान के पास इस दांव का सहारा?
पाकिस्तान की संसद में PTI के पास 155 सांसद हैं. सत्ता में बने रहने के लिए इमरान खान को 172 वोट की जरूरत है. 342 सदस्यों वाली असेंबली में इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास करने के लिए विपक्ष को भी 172 सदस्यों की जरूरत है. इमरान के लिए चिंता की बात ये है कि उनकी ही पार्टी के 24 सांसद बागी हो गए हैं. ऐसे में इमरान इन बागियों को अयोग्य घोषित करने की तैयारी में हैं.
बागी सांसदों को अयोग्य करने के लिए इमरान सरकार को संविधान के आर्टिकल 63(A) का इस्तेमाल करना होगा. इस आर्टिकल का इस्तेमाल उनके खिलाफ किया जाता है जो किसी राजनीतिक पार्टी के सदस्य हैं और किसी सदन के लिए चुने गए हैं. अगर चुने गए नेता अपने ही नेता (प्रधानमंत्री) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोट करते हैं तो उन्हें इस आर्टिकल का इस्तेमाल कर अयोग्य किया जा सकता है.