scorecardresearch
 

दोस्त पाकिस्तान को ही तालिबान ने दिखाई आंख, फ्लाइट ना लैंड करने देने की दी धमकी

अफगानिस्तान में तालिबान के नियंत्रण के बाद से ही ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि तालिबान को पाकिस्तान ने काफी सपोर्ट किया है. नॉर्दन एलाइंस के साथ लड़ाई में तालिबान को सैन्यबलों से सपोर्ट करना हो या फिर पाकिस्तान का तालिबानी सरकार को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता दिलाने का प्रयत्न, पाकिस्तान ज्यादातर मौकों पर तालिबान की मदद करने की कोशिश करता रहा है लेकिन पाकिस्तान की यही कोशिश उस पर भारी पड़ रही है क्योंकि तालिबान की कार्यशैली के चलते पाकिस्तान को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

Advertisement
X
तालिबान फोटो क्रेडिट: रॉयटर्स
तालिबान फोटो क्रेडिट: रॉयटर्स
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पाकिस्तानी एयरलाइन्स हुई तालिबान से परेशान
  • तालिबान पाकिस्तानी एयरलाइन्स के बढ़ते टिकट दामों से है खफा

अफगानिस्तान में तालिबान के नियंत्रण के बाद से ही ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि तालिबान को पाकिस्तान ने काफी सपोर्ट किया है. नॉर्दन एलाइंस के साथ लड़ाई में तालिबान को सैन्यबलों से सपोर्ट करना हो या फिर पाकिस्तान का तालिबानी सरकार को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता दिलाने का प्रयत्न, पाकिस्तान ज्यादातर मौकों पर तालिबान की मदद करने की कोशिश करता रहा है. हालांकि, अब तालिबान ने काबुल से इस्लामाबाद जाने वाली फ्लाइट्स के किराए को लेकर चेतावनी जारी की है.

तालिबान सरकार ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन को चेतावनी दी है कि काबुल से इस्लामाबाद जाने वाली फ्लाइट्स के किराए को कम किया जाए. तालिबान ने धमकी दी है कि अगर ऐसा नहीं होता है तो वे इन फ्लाइट्स की अफगानिस्तान में लैंडिंग को ब्लॉक करा देंगे. अफगानिस्तान की मिनिस्ट्री ने गुरुवार को एक आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया है. इस नोटिफिकेशन में लिखा है कि अफगानिस्तान के प्रशासन को कई शिकायतें मिली हैं कि पीआईए यात्रियों से लाखों रुपए टिकट के शुल्क के रूप में रहा है. 

जियो टीवी के मुताबिक, काबुल के एक ट्रैवल एजेंट के अनुसार, काबुल से इस्लामाबद का टिकट 2500 डॉलर यानी एक लाख 88 हजार रुपये है. बीते 15 अगस्त को तालिबान के कब्जे से पहले ये किराया 120 से 150 डॉलर यानी 11 हजार रुपए के आसपास होता था. गौरतलब है कि जियो टीवी ने ये भी दावा किया था कि अफगानिस्तान में पीआईए के एक प्रतिनिधि को हाल ही में गन पॉइंट पर बंधक बना लिया गया था. इसके बाद पाकिस्तानी दूतावास के हस्तक्षेप के बाद तालिबान ने उसे छोड़ा था. 

Advertisement

'तालिबान फ्लाइट्स में डालता है खलल'

अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान सरकार की ओर से गुरुवार को जारी फरमान के बाद पीआईए ने अपनी उड़ानों को बंद करने का निर्णय लिया है. इस्लामाबाद से काबुल के लिए उड़ान भरने वाली बेहद चुनिंदा फ्लाइट्स में से एक पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन (पीआईए) ने काबुल से अपनी उड़ानों को सस्पेंड करने का फैसला कर लिया है. 

पीआईए ने अपने स्टेटमेंट में कहा था कि वो काबुल से अपनी फ्लाइट्स को सस्पेंड कर रहे हैं क्योंकि तालिबान का प्रशासन इन फ्लाइट्स में भारी हस्तक्षेप कर रहा है. इस स्टेटमेंट में कहा गया था कि तालिबान मनमाने ढंग से नियम परिवर्तन करता है और इसके अलावा तालिबानी प्रशासन कर्मचारियों को डराता भी है. तालिबान द्वारा खड़ी जा रही इन परेशानियों के चलते ही पीआईए को ना चाहते हुए भी ऐसा फैसला करना पड़ रहा है.

अफगानियों और विदेशियों के लिए काम आ चुकी है पाकिस्तान की ये एयरलाइन

बता दें कि 15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया था. इसके बाद से ही पीआईए ने अफगानिस्तान के लिए स्पेशल फ्लाइट्स शुरु की थीं. पीआईए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी अफगानिस्तान से निकालने के अलावा राहत सामग्री की आपूर्ति को सुविधाजनक बनाने में भी मदद कर रही है.  पीआईए कई ऐसे लोगों के लिए लाइफलाइन साबित हुई है जो तालिबानी सरकार के क्रूर शासन और अफगानिस्तान के खस्ताहाल आर्थिक संकट से बाहर निकलना चाहते थे.  

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement