इमरान खान पाकिस्तान की सत्ता से बेदखल हो गए. इसी बीच रविवार को इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए. इमरान खान ने देर रात अपने समर्थकों का शुक्रिया किया. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर अपनी सत्ता गंवाने के पीछे अमेरिकी साजिश का जिक्र किया. इतना ही नहीं इमरान खान ने विपक्ष को स्थानीय मीर जाफर बताया.
इमरान खान ने ट्वीट किया, स्थानीय मीर जाफरों ने अमेरिकी समर्थन के उकसावे के बाद सत्ता में आने के लिए चाल चली. पाकिस्तान की जनता ने इसका विरोध किया. उन्होंने आगे लिखा, लोगों के समर्थन और भावनाओं के प्रदर्शन के लिए सभी को धन्यवाद. इमरान ने कहा कि पाकिस्तानियों का विरोध दिखाता है कि उन्होंने इसे जोरदार तरीके से खारिज कर दिया है. इमरान ने कहा, हमारे इतिहास में कभी भी इतनी भीड़ इतनी बड़ी संख्या में नहीं आई, जो बदमाशों के नेतृत्व वाली खरीदी हुई सरकार के विरोध में है.
Never have such crowds come out so spontaneously and in such numbers in our history, rejecting the imported govt led by crooks. pic.twitter.com/YWrvD1u8MM
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) April 10, 2022
पाकिस्तान में स्वतंत्रता संग्राम फिर से शुरू हो गया- इमरान
इससे पहले पूर्व पीएम इमरान खान ने ट्वीट कह कहा था कि पाकिस्तान 1947 में आजाद हुआ था. लेकिन सत्ता परिवर्तन के साथ पाकिस्तान का स्वतंत्रता संग्राम फिर से शुरू हो गया है. ये देश के लोग ही हैं, जो अपनी संप्रभुता और लोकतंत्र की रक्षा करते हैं.
राष्ट्रपति अल्वी ने इस्तीफा न देने का फैसला किया
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने फैसला किया है कि वे इस्तीफा नहीं देंगे. पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी. पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को राष्ट्रपति अल्वी के नेशनल असेंबली भंग करने के फैसले को बदल दिया था. अल्वी ने इमरान खान की सिफारिश पर संसद भंग कर दी थी. अल्वी ने पीटीआई के नेतृत्व के साथ सलाह करने के बाद इस्तीफा न देने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि अगर विपक्ष के नेतृत्व वाली नई सरकार राष्ट्रपति को हटाने के लिए संवैधानिक मार्ग अपनाती है तो पीटीआई मौजूदा परिस्थितियों के आधार पर फैसला लेगी.
माना जा रहा है कि सोमवार को PML-N के शहबाज शरीफ पाकिस्तान के पीएम पद की शपथ लेंगे. और इसकी भी आशंका है कि शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार में अल्वी राष्ट्रपति बने रह सकते हैं. अल्वी ने 2018 में पाकिस्तान के 13वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी.