जम्मू-कश्मीर के लिए विशेष प्रावधानों वाले संविधान के अनुच्छेद 370 और 35-ए के खात्मे के बाद बाद पाकिस्तान सरकार की बौखलाहट सामने आ रही है. पाकिस्तान कश्मीर पर किए गए भारत के एक्शन को जहां वैश्विक मंच पर खींचना चाहता है, वहीं भारत का रुख साफ है कि कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है, जिसके संबंध में कानून बनाने का हक भारत सरकार को है. भारत, कश्मीर पर बनाई गई किसी भी नीति में बाहरी हस्तक्षेप को नहीं मानेगा.
पाकिस्तान के संसद से लेकर देश तक में कश्मीर पर भारत के रुख से बेचैनी है. ऐसे में पाकिस्तान पूरी दुनिया में मदद की गुहार लगा रहा है. पाकिस्तान की इस गुहार पर अमेरिका ने पाकिस्तान को हिदायत दी है कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ कोई आक्रमक रुख न अपनाए.
आतंकवाद पर एक्शन ले पाकिस्तान
अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा कि पाकिस्तान अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत में आतंकवाद को फैलाने के लिए न करे. घुसपैठ पर भी पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए अमेरिका ने कहा कि पाकिस्तान भारत की सीमा से सटे लाइन ऑफ कंट्रोल की तरफ घुसपैठ न करे. पाकिस्तान को अमेरिका ने हिदायत दी है कि अपने देश में पल रहे आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान ठीक ढंग से कार्रवाई करे और पाकिस्तानी जमीन पर पल रहे आतंकवादी ठिकानों पर कड़ा एक्शन ले.
अमेरिका के हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के चेयरमैन बॉब मेनेंडेज की ओर से यह बयान जारी किया है. अमेरिका ने भारत से अपील है कि जम्मू-कश्मीर में भारत अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करे और पारदर्शिता बरते. भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, उससे उम्मीद की जाती है कि वह अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करेगा.
"At the same time Pakistan must refrain from any retaliatory aggression—including support for infiltrations across the Line of Control—and take demonstrable action against the terrorist infrastructure on Pakistan’s soil."https://t.co/W3LflqbulB
— House Foreign Affairs Committee (@HouseForeign) August 7, 2019
गौरतलब है कि भारत ने सुरक्षा के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त सैन्य बलों की तैनाती की है. अनुच्छेद 370 पर ऐतिहासिक फैसले से पहले वहां इंटरनेट सुविधाएं और फोन सेवाएं बंद कर दी गई थीं. इससे पहले वाशिंगटन के सांसदों ने पाकिस्तान से अपील की थी कि पाकिस्तान हर हाल में सीमा पर शांति बरते, अन्यथा मामला बिगड़ सकता है.
पाकिस्तान ने भारत से तोड़े व्यापारिक रिश्ते
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने बौखलाहट के चलते भारत से राजनयिक संबंधों में कमी कर दी है. राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक के बाद पाकिस्तान ने फैसला करते हुए भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत से सभी व्यापारिक रिश्ते तोड़ दिए हैं.
वहीं अब पाकिस्तान भारत के साथ द्विपक्षीय समझौतों की समीक्षा करेगा. साथ ही कश्मीर मामले को संयुक्त में ले जाने की पाकिस्तान ने धमकी दी है. पाकिस्तान ने भारत के राजदूत को निष्काषित कर दिया है.
पाकिस्तान की हर बौखलाहट पर भारत ने चुप्पी साधी है. कश्मीर को मुद्दा मानने से भारत हमेशा से इनकार करता आया है. ऐसे में भारत ने पूरी दुनिया को संदेश दे दिया है कि कश्मीर पर लिया गया हर निर्णय हमारा आतंरिक मामला है, जिसमें दुनिया दखल न दे.