कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की मौत पर भी पाकिस्तान प्रोपगैंडा करने से बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तान ने शुक्रवार को भारतीय राजनयिक को तलब किया. यह समन सैयद अली शाह गिलानी की मौत पर भारत की ओर कथित तौर पर मानकों का पालन न करने के लिए भेजा गया था.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा, "भारतीय राजनय प्रभारी से जोर देकर कहा गया कि भारत ऐसा कोई काम न करे जिससे क्षेत्रीय शांति को और खतरा हो." इसके साथ ही बयान में आरोप लगाते हुए कहा गया है कि भारतीय सुरक्षाबलों ने गिलानी के शव को उसके परिजनों से छीन लिया. इतना ही नहीं परिवार वालों की मर्जी के मुताबिक उनके शव को दफनाने तक नहीं दिया गया. यह पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून और मौलिक अधिकारों एवं स्वतंत्रता के सिद्धांतों का उल्लंघन है.
बता दें, 92 वर्षीय सैयद अली शाह गिलानी की बुधवार रात श्रीनगर स्थित उनके आवास पर मृत्यु हो गई थी. दशकों तक अलगाववादी गतिविधियों से जुड़े रहे पाकिस्तान समर्थक नेता को उनके आवास के निकट दफना दिया गया था.
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गिलानी के निधन पर पाकिस्तान ने मनाया शोक
इससे पहले गुरुवार को पाकिस्तान ने कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन पर एक दिन का शोक मनाया. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि गिलानी के निधन के बारे में जानकार उन्हें 'बहुत दुख' हुआ. खान ने कहा, 'पाकिस्तान का ध्वज आधा झुका रहेगा और हम एक दिन का आधिकारिक शोक मनाएंगे.'
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने भी उनके निधन पर गहरा दुख जताया. उन्होंने पिछले साल गिलानी को पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'निशान-ए-पाकिस्तान' से सम्मानित किया था. विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, सूचना मंत्री फवाद चौधरी और सूचना राज्यमंत्री फारुख हबीब ने भी गिलानी के निधन पर शोक जताया.