अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हाल में ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनी को एक गुप्त पत्र लिख कर इस्लामिक स्टेट के खिलाफ संघर्ष में उनसे समर्थन मांगा था. जानिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को
दैनिक ‘वाल स्ट्रीट जर्नल’ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ओबामा ने पिछले माह यह पत्र लिखा था. दैनिक ने अनामित सूत्रों पर आधारित अपनी रिपोर्ट में कहा, 'उन्हीं लोगों ने बताया कि ओबामा ने खामेनी से कहा कि इस्लामिक स्टेट पर कोई भी सहयोग 24 नवंबर की राजनयिक समयसीमा तक ईरानी परमाणु कार्यक्रमों के भविष्य पर विश्व शक्तियों के साथ ईरान के समग्र समझौते पर निर्भर करता है.' यह ईरानी नेता के नाम ओबामा का चौथा पत्र है जो उन्होंने 2009 में सत्ता में आने के बाद लिखा है. दो वरिष्ठ अमेरिकी सीनेटरों- जॉन मैक्केन और लिंडसे ग्राहम ने इस पत्र पर नाराजगी जताई.
दोनों सीनेटरों ने एक बयान में कहा, 'यह घृणित है कि जहां ज्यादा अमेरिकी सहायता की उदार सीरियाई बलों की मांग पर व्हाइट हाउस ने कोई तवज्जो नहीं दी, राष्ट्रपति ओबामा वस्तुत: आयतुल्ला खामेनी से आईएसआईएस के खिलाफ जंग में शामिल होने की दरख्वास्त कर रहे हैं.'
व्हाइट हाउस प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने अपने दैनिक प्रेस सम्मेलन में कहा, 'मैं राष्ट्रपति और किसी विश्व नेता के बीच के निजी पत्रोच्चार पर चर्चा करने की स्थिति में नहीं हूं. मैं आपको बता सकता हूं कि जो नीति राष्ट्रपति और उनके प्रशासन ने ईरान के बारे में पेश की थी, वह बिना तब्दीली के बरकरार है.' उन्होंने कहा कि अमेरिका आईएसआईएल के खिलाफ सैन्य स्तर पर ईरान के साथ सहयोग नहीं करेगा. (इनपुट आईएनएस से)