अमेरिका में शटडाउन के तीसरे दिन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को कांग्रेस के चार शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर कामचलाऊ प्रबंध के उपाय और कर्ज की सीमा में वृद्धि करने को मंजूरी देने की मांग की. ओबामा की यह कोशिश हालांकि निष्फल साबित हुई.
ओबामा ने बुधवार को सबसे पहले हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के अध्यक्ष रिपब्लिकन सांसद जॉन बोएनर, सदन में बहुमत के नेता एरिक कैंटर और सीनेट में बहुमत के नेता डेमोक्रैट सांसद हैरी रीड व सदन की अल्पमत की नेता नैंसी पेलोसी से मुलाकात की. लेकिन इसमें बजट संकट से संबंधित कोई सफलता नहीं मिल पाई.
ओबामा और उनके डेमोक्रैट नेता बिना किसी शर्त के प्रस्ताव को पारित कराने और कर्ज की सीमा बढ़ाए जाने की बात पर डटे हुए हैं, जबकि रिपब्लिकन नेता ओबामा के प्रमुख स्वास्थ्य सेवा कानून को रद्द करने या देर से पारित किए जाने की बात पर दृढ़ हैं.
व्हाइट हाउस के सामने पेलोसी ने कहा कि बैठक सार्थक रही. रीड ने कहा, ' वह देश के वित्तीय मामलों को देखते हुए चिंतित हैं.'
इससे पहले ओबामा ने कहा था कि वह संघीय बजट को लेकर किसी से भी समझौता करने को तैयार हैं . हालांकि उन्होंनें यह भी कहा कि इस बीच कांग्रेस विधयेक को स्पष्ट रूप से पारित करे ताकि सरकारी कामकाज शुरू हो और अमेरिकी वित्त विभाग को उन चीजों का भुगतान करने की अनुमति दे जिसे कांग्रेस ने खुद अधिकृत किया है.
ओबामा ने एक निजी न्यूज चैनल से साक्षात्कार में कहा, ' बेशक, मैं उत्तेजित हूं, क्योंकि यह अनावश्यक है.'
राष्ट्रपति ने बुधवार को बजट के मुद्दे पर रिपब्लिकन सांसदों के साथ चल रही तकरार के बीच अपना एशिया दौरा रद्द कर दिया और फिलीपींस व मलेशिया के दौरे का नेतृत्व विदेश मंत्री जॉन केरी से करने की मांग की.
व्हाइट हाउस ने कहा कि ओबामा हालांकि एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) सम्मलेन में हिस्सा लेने के लिए इंडोनेशिया जाएंगे.
अमेरिका में शटडाउन से सुरक्षा व्यवस्था संकट में
अमेरिका में शटडाउन होने से वहां की सुरक्षा व्यवस्था संकट में आ गई है. अमेरिका के तकरीबन 70 फीसदी लोगों को छुट्टी पर भेजा दिया गया है. अमेरिकी सरकार को अब यह डर सताने लगा है कि विदेशी इंटेलिजेंस एजेंसियां उनके जासूसों को किसी तरह का लालच देकर अपने साथ न मिला लें.
इंटेलिजेंस एजेंसियों के लोग अभी बिना सैलरी के काम कर रहे हैं और ऐसे में पैसे के लालच में इनके विदेशी एजेंसियों के साथ सांठगांठ की आशंका जताई जा रही है.
अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसियों ने कहा है कि वर्तमान की स्थिति से एजेंसियां कमजोर पड़ गई हैं. एजेंसियों ने अफगानिस्तान में तैनात सैनिकों को लेकर भी चिंता जताई है.
अमेरिका में बजट बिल पास नहीं होने से वहां के शेयर बाजारों में भी चिंता छाई हुई है. शेयर बाजारों की नजर अब कर्ज की सीमा बढ़ाये जाने पर भी है. बाजार अभी इस बात को लेकर काफी चिंतित दिख रहा है कि कर्ज की सीमा बढ़ेगी या नहीं.
राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बाजार की चिंता को लाजमी बताया है. हालांकि ओबामा ने सीमा बढ़ाये जाने को लेकर कुछ भी नहीं कहा है.
ओबामा ने यह जरूर कहा है कि अभी की स्थिति में अमेरिका संकट में है और दुनिया के बाजारों में इसे लेकर चिंता होना स्वाभाविक है.
अमेरिका में बजट बिल पर सहमति नहीं बन पाने के लिए ओबामा ने रिपब्लिकन पार्टी को जिम्मेदार बताया है. इस बिल को ज्यादातर लोगों की सहमति मिल गई थी, लेकिन कुछ लोगों की वजह से यह बिल पास नहीं हो पाया.
ओबामा ने दुबारा बिल खुलने तक कुछ भी कहने से इनकार किया है.