फिजिक्स के नोबेल पुरस्कार का ऐलान कर दिया गया है. इस साल फिजिक्स के लिए तीन वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार दिया गया है.
BREAKING NEWS:
The 2019 #NobelPrize in Physics has been awarded with one half to James Peebles “for theoretical discoveries in physical cosmology” and the other half jointly to Michel Mayor and Didier Queloz “for the discovery of an exoplanet orbiting a solar-type star.” pic.twitter.com/BwwMTwtRFv
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 8, 2019
जेम्स पीबल्स को भौतिक ब्रह्माण्ड विज्ञान में सैद्धांतिक खोज के लिए और मिशेल मेयर और डिडिएर क्वेलोज को संयुक्त रूप से एक्सोप्लैनेट की खोज के लिए यह सम्मान दिया गया है.
“My advice to young people entering science: you should do it for the love of science … You should enter science because you are fascinated by it”
- newly awarded laureate James Peebles speaking at today’s press conference announcing his #NobelPrize in Physics. pic.twitter.com/JaSM10glQT
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 8, 2019Advertisement
नोबेल की घोषणा होने के बाद जेम्स पीबल्स ने साइंस के विद्यार्थियों को नसीहत देते हुए कहा कि 'जो नए लोग साइंस में आ रहे हैं उनके लिए मेरी सलाह है कि उन्हें विज्ञान से प्रेम करते हुए इसे अपनाना चाहिए...आपको विज्ञान में इसलिए आना चाहिए क्योंकि आप इससे मोहित हैं.' फिजिक्स में नोबेल का ऐलान रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंस के जनरल सेक्रेटरी गोरान के. हैन्सन ने किया.
Watch the very moment the 2019 Nobel Prize in Physics is announced.
Presented by Göran K. Hansson, Secretary General of the Royal Swedish Academy of Sciences.#NobelPrize pic.twitter.com/T9fY4dFdo4
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 8, 2019
अमेरिकी वैज्ञानिकों को चिकित्सा का नोबेल
इससे पहले सोमवार को अमेरिका के तीन वैज्ञानिकों विलियम जी. काएलिन, ग्रेग एल. सेमानाज और ब्रिटेन के पीटर. जे. रैटक्लिफ को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया. समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट में नोबेल एसेंबली ने घोषणा की कि तीनों वज्ञानिकों को इस बात की उनकी खोज के लिए पुरस्कृत किया गया कि कोशिकाएं ऑक्सीजन की उपलब्धता को कैसे पहचान लेती हैं और खुद को उसके अनुरूप ढाल लेती हैं.
अपनी खोज के जरिए वे इस बात को समझने में सक्षम हुए हैं कि ऑक्सीजन का स्तर किस तरह कोशिका मेटाबोलिजम और शारीरिक क्रियाप्रणाली को प्रभावित करता है. संस्थान के अनुसार, इन वैज्ञानिकों की खोजों से खून की कमी, कैंसर और अन्य बीमारियों से लड़ने की नई रणनीति विकसित करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है.