पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई की भारत की मांग वस्तुत: नामंजूर कर दी. उनका कहना है कि अब तक दिये गये दस्तावेजों (डोजियर) के आधार पर कार्रवाई नहीं हो सकती. सईद को गिरफ्तार करने के लिए ठोस और सच्चे सबूतों की आवश्यकता है.
मलिक ने एक कार्यक्रम के दौरान बताया, 'सूचना और सबूत के बीच अंतर होता है. यदि मुझे अभी ठोस सबूत मिलें तो मैं सईद की गिरफ्तारी का आदेश दूंगा.' उन्होंने कहा कि यदि भारत ने लश्कर-ए-तय्यबा और जमात उद दावा के संस्थापक सईद के खिलाफ ठोस सबूत दिये होते तो पाकिस्तान को उसके खिलाफ कार्रवाई करने से कोई नहीं रोक सकता था.
मलिक ने कहा, 'पहले तीन मौकों पर उसे गिरफ्तार किया गया है और यदि आप अदालत का आदेश देखें, जिसे मैं सार्वजनिक कर सकता हूं.' उन्होंने कहा कि यदि हमारी अदालत कहती है कि उसे गिरफ्तार नहीं किया जाए तो मुझे बताइये कि सरकार की क्या गलती है. उन्होंने कहा कि इसका यह मतलब नहीं है कि सईद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. जांच चल रही है, जैसे ही हमें कोई संपर्कसूत्र मिलेगा, हम निश्चित तौर पर कार्रवाई करेंगे.
मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ लंबित मुकदमे के बारे में मलिक ने कहा कि गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने बातचीत के दौरान इस बारे में अपनी बात काफी मजबूती से रखी है.