चीन के पॉलिसी एडवाइजर झेंग योंगनियान ने अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टीम को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एलन मस्क और भारतीय मूल के बिजनेसमैन विवेक रामस्वामी वाली ट्रंप की टीम से चीन को सबसे बड़ा खतरा हो सकता है. उन्होंने कहा कि ट्रंप की टीम अमेरिकी सरकार को नए तरीके से प्रभावी बनाने का काम करेगा, जिससे चीन को अमेरिकी राजनीतिक प्रणाली से मुकाबला करना होगा.
चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग के पब्लिक पॉलिसी स्कूल के डीन झेंग ने कहा, 'अधिक प्रभावी अमेरिकी राजनीतिक प्रणाली चीन के वर्तमान सिस्टम पर भारी दबाव डालेगी. यह दबाव सिर्फ चीन पर नहीं, बल्कि यूरोप जैसे अन्य देशों पर भी होगा.'
बता दें कि ट्रंप ने मस्क और रामस्वामी को एक नए विभाग DOGE की अगुवाई के लिए नामित किया है. इन दोनों ने पहले ही कई नियमों को खत्म करने और सरकारी कर्मचारियों की संख्या घटाने की योजना बनाई है.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर बढ़े हमले, अब PAK में तीन सुरक्षा एजेंसी तैनात करेगा ड्रैगन
चीन के पॉलिसी मेकर ने क्या कहा
झेंग ने कहा, 'चीन पर सबसे बड़ा दबाव अमेरिकी बदलावों से आ सकता है. अगर ट्रंप अपनी सरकार में सुधार के प्रयासों में सफल होते हैं तो अमेरिका नए और अधिक प्रतिस्पर्धी सिस्टम का विकास करेगा. बता दें कि ट्रंप 20 जनवरी से सत्ता संभाल सकते हैं.
ट्रंप अपने पहले कार्यकाल में चीन के खिलाफ कड़े कदम उठाते रहे थे. उम्मीद की जा रही है कि वह ताइवान और दक्षिण चीन सागर जैसे वैश्विक मोर्चों पर भी बीजिंग के खिलाफ सख्त उपायों को लागू करेंगे. चीन ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है और दक्षिण चीन सागर के अधिकांश हिस्से पर अपना दावा करता है.
इसी बीच, चीन ने गुरुवार को अपने निर्यात क्षेत्र के लिए नई नीतियां घोषित की हैं. झेंग ने कहा कि अमेरिका के आंतरिक बदलावों का मुकाबला करने के लिए चीन को अपनी नीतियों को और खोलना होगा. उन्होंने कहा कि ट्रंप व्यापार शुल्कों के माध्यम से द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
झेंग ने कहा कि ट्रंप की "अमेरिका फर्स्ट" नीति के तहत चीन पर लगाए गए शुल्क केवल द्विपक्षीय संबंधों को अधिक नुकसान पहुंचाएंगे, बल्कि वैश्विक व्यापार व्यवस्था को भी कमजोर करेंगे.