सालों तक सारा मोब्रे अपनी बेटी को ढूंढने की कोशिश करती रहीं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. हर बार उनकी मेहनत बेकार गई. आपको बता दें कि जब उनकी बेटी बहुत छोटी थी तब उन्हें जबरन अपनी बच्ची किसी और को गोद देनी पड़ी थी.
इंग्लैंड की रहने वाली 41 साल की सारा को अपनी बच्ची का पहला नाम तो पता था, लेकिन सरनेम यानी कि कुलनाम की कोई जानकारी नहीं थी. वह यह नहीं जानती थीं कि उनकी बेटी को किसने गोद लिया है. ऐसे में बच्ची को ढूंढना उनके लिए आसान नहीं था.
पिछले साल नवंबर में सारा ने अपनी बेटी को फेसबुक पर ढूंढने के बारे में सोचा. उन्होंने फेसबुक के सर्च बार पर अपनी बेटी का नाम टाइप किया "केलेग मारी". फिर क्या था इस नाम के सैकड़ों प्रोफाइल उनकी नजरों के सामने आ गए. हालांकि इतने सारे प्रोफाइल्स में से अपनी बेटी को ढूंढना नामुमकिन काम था, लेकिन सारा ने हार नहीं मानी. उन्होंने केलेग मारी नाम के सारे प्रोफाइल्स को देखना शुरू किया. तभी उनकी नजर एक ऐसे प्रोफाइल पर पड़ी जिसकी तस्वीर उनकी जवानी के दिनों से मिलती-जुलती थी.

सारा को लगा कि हो सकता है कि केलेग मारी वॉट्स उनकी वही बेटी हो जिसे उन्होंने 19 साल पहले गोद दे दिया था. उन्होंने उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी और पांच मिनट के अंदर-अंदर फेसबुक पर एक-दूसरे को मैसेज कर दोनों ने बताया कि कि वे आपस में काफी मिलते-जुलते हैं. सारा ने केलेग को बताया कि जिस वक्त उनकी बेटी को गोद लिया गया था तब उसका नाम केलेग मारी थॉमस था. इसके बाद केलेग ने मैसेज कर जवाब दिया, 'मां'.
दोनों ने करीब पांच महीनों तक मैसेज के जरिए बातचीत की. एक हफ्ते पहले ही सारा और केलेग की मुलाकात हुई और तब से वे एक-दूसरे के साथ ही हैं. दोनों ने 1995 के बाद पहली बार शनिवार को एक साथ मदर्स डे का जश्न मनाया. सारा बेहद खुश हैं और कहती हैं, 'मैं पिछले सात सालों से केलेग को ढूंढ रही हूं, लेकिन जिन्होंने उसे गोद लिया था मैं उन लोगों का सरनेम नहीं जानती थी. फिर मैंने फेसबुक पर सिर्फ केलेग मारी लिखकर सर्च करना शुरू किया'.
सारा के मुताबिक, 'जब मैंने केलेग की तस्वीर देखी तो वह मेरी परछाई जैसी थी. जब वह मेरे सामने आई तो मैंने उसे इतनी जोर से गले लगाया कि उसकी गर्दन टूटने ही वाली थी. मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि आखिरकार मैंने उसे ढूंढ ही लिया'.
वहीं केलेग का कहना है, 'यह बेहतरीन है. ऐसा लगा रहा है मानो हम कभी जुदा ही न हुए हों. मैंने तीन महीने पहले मुझे जन्म देने वाली मां की खोजबीन शुरू की. मुझे हमेशा से पता था कि हम एक न एक दिन जरूर मिलेंगे, लेकिन मुझे ये नहीं पता था कि यह सब इतना जल्दी हो जाएगा'.

दरअसल, सारा को अपनी बेटी इसलिए गोद देनी पड़ी थी क्योंकि लड़की के पिता के साथ उनका रिश्ता ठीक नहीं था. ऐसे में समाज सेवकों को डर था कि घर के माहौल का नन्ही बच्ची पर खराब असर पड़ेगा इसलिए उन्होंने केलेग को किसी दूसरे को गोद दे दिया.
अब इतने सालों के बाद अपनी मां से मिलने पर केलेग कहती हैं, 'मुझे अपनी मां मिल ही गई. हम दोनों एक दूसरे से बहुत ज्यादा मिलते-जुलते हैं'. वहीं सारा का कहना है, 'अपनी बेटी को वापस पाकर मैं सातवें आसमान पर हूं'.
उधर, केलेग को गोद लेने वाले मां-बांप ने अपना बयान देने से इनकार कर दिया है.