इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि उनकी सरकार गाज़ा पट्टी पर पूरा नियंत्रण चाहती है. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इज़रायल का इरादा गाज़ा को स्थायी रूप से अपने कब्जे में रखने का नहीं है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा कि हम गाज़ा को स्थायी रूप से अपने पास रखना नहीं चाहते, हमारा उद्देश्य है वहां एक सुरक्षित घेरा (Security Perimeter) बनाना. उन्होंने यह भी जोड़ा कि गाज़ा पर नियंत्रण के बाद इज़रायल उसे सशस्त्र बलों को सौंपना चाहता है, जो गाज़ा को ठीक तरीके से चला सके और इज़रायल के लिए खतरा न बने. साथ ही उन्होंने कहा कि इससे गाजा के लोगों को भी एक बेहतर जीवन मिल सकेगा.
बता दें कि गाजा पट्टी में जंग के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं. गाजा के स्थानीय निवासी एक तरफ इजरायली हमले में मारे जा रहे हैं, तो दूसरी तरफ भूख और कुपोषण ने उनकी जिंदगी को मौत से बदतर बना दिया है. इजरायली हमलों और नाकाबंदी की वजह से गाजा में बच्चों, महिलाओं से लेकर बुजुर्गों तक हर किसी को एक वक्त का खाना जुटाने के लिए जान जोखिम में डालनी पड़ रही है. राहत सामग्री के ट्रक जैसे ही किसी इलाके में पहुंचते हैं, भूख से बेहाल भीड़ टूट पड़ती है.
गाजा में भुखमरी का आलम ऐसा है कि कोई ट्रक पर चढ़कर सामान लूटता है तो कोई जमीन पर गिरे आटे को उठाकर भूख मिटाने की कोशिश करता है. कई लोग तो इस कोशिश में भी घायल हो जाते हैं. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट कहती है कि भूख और कुपोषण से मरने वालों की संख्या 180 तक पहुंच गई है. इनमें 93 केवल बच्चे शामिल हैं.