आयरलैंड के भारतीय मूल के प्रधान मंत्री लियो वराडकर ने बुधवार को "व्यक्तिगत और राजनीतिक" कारणों का हवाला देते हुए अपने पद और पार्टी नेतृत्व से अचानक इस्तीफा देने की घोषणा कर दी. उनकी इस घोषणा से पूरा देश स्तब्ध है. वराडकर ने कहा, "मैं आज से प्रभावी रूप से अध्यक्ष और नेता के रूप में इस्तीफा दे रहा हूं और जैसे ही मेरा उत्तराधिकारी उस पद को संभालने में सक्षम होगा, मैं ताओइसेच के रूप में इस्तीफा दे दूंगा."
लियो वराडकर ने कहा कि अभी पद छोड़ने के मेरे कारण व्यक्तिगत और राजनीतिक हैं, लेकिन मुख्य रूप से राजनीतिक हैं. सात साल के कार्यकाल के बाद मुझे नहीं लगता कि मैं अब उस पद के लिए सही व्यक्ति हूं. उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के अन्य लोगों को मौका देना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के अन्य लोगों को मौका देना चाहता हूं. अपने भाषण में वराडकर ने कहा कि उन्हें गर्व है कि जब बच्चों के अधिकारों, एलजीबीटी समुदाय, महिलाओं के लिए समानता और उनकी स्वायत्तता की बात आती है तो देश अधिक समान और अधिक आधुनिक स्थान है.
वराडकर का जन्म आयरलैंड में मुंबई में जन्मे पिता और आयरिश मां के घर हुआ था और उन्होंने 2017 से फाइन गेल पार्टी का नेतृत्व किया है, जब 38 वर्ष की आयु में वह देश के सबसे कम उम्र के और पहले खुले तौर पर समलैंगिक प्रधान मंत्री बने, और तब से दो बार ताओसीच के रूप में कार्य किया है. वराडकर को फाइन गेल के भीतर बढ़ते असंतोष का सामना करना पड़ा है. उन्होंने घोषणा की है कि वे दोबारा चुनाव नहीं लड़ेंगे. इस महीने की शुरुआत में मतदाताओं ने दो संवैधानिक संशोधनों पर जनमत संग्रह के दौरान सरकार को झटका दिया था.
डबलिन में अपने त्यागपत्र में उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि हमने देश को अधिक समान और अधिक आधुनिक स्थान बना दिया है. वराडकर हाल ही में वाशिंगटन से लौटे, जहां उन्होंने आयरिश प्रधानमंत्री की पारंपरिक सेंट पैट्रिक दिवस यूएसए यात्रा के हिस्से के रूप में राष्ट्रपति बाइडन और अन्य राजनीतिक नेताओं से मुलाकात की.