scorecardresearch
 

पठानकोट केस में जांच जारी, हमें एक-दूसरे के मामले में दखलंदाजी नहीं करनी चाहिए: नवाज

लंदन में रविवार को नवाज शरीफ ने कहा, 'हमें एक दूसरे के मामले दखलंदाजी नहीं करनी चाहिए. हमने भारत पर कोई एलिगेशन नहीं लगाया है.'

Advertisement
X
नवाज शरीफ
नवाज शरीफ

पंजाब के पठानकोट में आतंकी हमले की जांच और आतंकियों के खि‍लाफ कार्रवाई को लेकर जहां अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी पाकिस्तान को नसीहत दी है, वहीं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत से एक-दूसरे के मामले में दखलंदाजी नहीं करने की बात कही है.

लंदन में रविवार को नवाज शरीफ ने कहा, 'हमें एक दूसरे के मामले दखलंदाजी नहीं करनी चाहिए. हमने भारत पर कोई एलिगेशन नहीं लगाया है. पाकिस्तान दूसरे देशों के अंदरूनी मामलों में दखल नहीं देता और हमारी दूसरे देशों से भी यही अपेक्षा है.' पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम ने आगे कहा कि पठानकोट हमले पर उन्हें भारत की तरफ से जो लीड्स मिली हैं, वह उसके आधार पर तहकीकात कर रहे हैं.

दावोस में ईकोनॉमिक फोरम में शि‍रकत के बाद एक टीवी चैनल से पठानकोट मामले की जांच को लेकर अपना पक्ष रखते हुए नवाज शरीफ ने कहा, 'जांच अभी जारी है. जब मुकम्मल हो जाएगी तो हम बता देंगे. पाकिस्तान ने जांच के लिए स्पेशल कमेटी बनाई है, जो निष्पक्ष तौर पर अपना काम कर रही है.

Advertisement

नवाज शरीफ ने कहा कि उनकी सरकार आतंकवाद के खात्मे के लिए प्रतिबद्ध है और हर जरूरी उपाय कर रही है.

'भारत ने हमें नए सबूत सौंपे'
शरीफ ने आगे कहा, 'मुझे पठानकोट हमले पर भारत से नए सुराग मिले हैं और हम भारत द्वारा दिए सबूतों को देखेंगे तथा उनकी जांच करेंगे. हम इसे छिपा सकते थे या भूल सकते थे लेकिन हमने कहा है कि हमें सबूत मिले हैं. हम उनकी जांच और सत्यापन कर रहे हैं. एक बार हम यह काम कर लेंगे तो फिर निश्चित रूप से तथ्यों को आगे बढ़ाएंगे. इसके साथ ही हमने एक विशेष जांच दल भी बनाया है जो भारत जाएगा और सबूत एकत्र करेगा.'

पाकिस्तानी पीएम ने कहा 'मेरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात हुई थी और उन्होंने षड्यंत्रकारियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए अपनी ओर से हरसंभव मदद की पेशकश की थी. हम सही दिशा में जा रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि षड्यंत्रकारियों को न्याय के कटघरे में जल्द ही लाया जाएगा.'

आतंकी नेटवर्कों को तबाह करे PAK: ओबामा
गौरतलब है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को अमेरिका और फ्रांस का समर्थन मिला है. एक इंटरव्यू के दौरान बराक ओबामा ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि इस्लामाबाद अपने यहां के आतंकी नेटवर्कों को ‘अवैध ठहराकर, बाधित करके और तबाह करके’ प्रभावी ढंग से कार्रवाई कर सकता है और उसे यह अवश्य करना चाहिए.

Advertisement

ओबामा ने पठानकोट में वायुसेना अड्डे पर आतंकी हमले को ‘भारत की ओर से लंबे समय से झेले जा रहे अक्षम्य आतंकवाद की एक और मिसाल’ करार दिया है. उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से संपर्क साधने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना भी की है.

ओबामा ने कहा, 'दोनों नेता इस दिशा में बातचीत को बढ़ा रहे हैं कि क्षेत्र में हिंसक चरपमंथ और आतंकवाद का मुकाबला कैसे करना है.' पठानकोट में आतंकी हमले को लेकर ओबामा ने कहा, 'हम हमले की निंदा करने, और जिंदगियों के नुकसान को रोकने के लिए लड़ने वाले जवानों को सलाम करने व पीड़ितों तथा उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करने में भारत के साथ खड़े हैं. इस तरह की त्रासदियां इस बात को रेखांकित करती हैं कि अमेरिका और भारत को आतंकवाद से लड़ने में ऐसी निकटवर्ती साझेदारी को क्यों जारी रखना चाहिए.'

फ्रांस ने भी की हमले की निंदा
दूसरी ओर, पठानकोट हमले पर भारत को फ्रांस का भी साथ मिला है. भारत के दौरे पर आए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने पठानकोट आतंकी हमले और भारत में पाकिस्तान से पोषित आतंकी हमले के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘फ्रांस कठोर शब्दों में पठानकोट आतंकी हमले की निंदा करता है. भारत ने ऐसे हमलों को अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की उचित मांग की है.’

Advertisement
Advertisement