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चीन-भारत संबंधों में नए पहलू उजागर: चीनी दैनिक

वर्ष 2012 को भारत-चीन संबंधों के लिए कम समस्याओं वाला वर्ष बताते हुए चीन के प्रमुख दैनिक अखबार ने कहा है कि सीमा पर समस्याओं के प्रभावी नियंत्रण और व्यापार मोर्चे में हुई उल्लेखनीय प्रगति के बाद दोनों देशों के रिश्तों में नए पहलू सामने आए हैं.

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वर्ष 2012 को भारत-चीन संबंधों के लिए कम समस्याओं वाला वर्ष बताते हुए चीन के प्रमुख दैनिक अखबार ने कहा है कि सीमा पर समस्याओं के प्रभावी नियंत्रण और व्यापार मोर्चे में हुई उल्लेखनीय प्रगति के बाद दोनों देशों के रिश्तों में नए पहलू सामने आए हैं.

सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ‘पीपुल्स डेली’ ने अपने संपादकीय में कहा है ‘साल की शुरुआत से ही चीन और भारत ने द्विपक्षीय सहयोग गहरा करने, साझा विकास करने तथा एक शानदार भविष्य का संयुक्त रूप से निर्माण करने की इच्छा जताई है.’ संपादकीय का शीषर्क ‘द वर्ल्ड नीड्स कॉमन डवलपमेंट ऑफ चाइना एंड इंडिया’ है.

इसमें कहा गया है ‘भारत-चीन संबंध नए पहलू उजागर कर रहे हैं, सीमा संबंधी समस्या पर प्रभावी नियंत्रण है, तकनीकी स्तर पर कुछ तनाव तथा व्यापार असंतुलन की चिंता के साथ-साथ आर्थिक और व्यापार सहयोग में खासी वृद्धि भी हुई है.’ संपादकीय में भारतीय मीडिया में हाल ही में की गई इन टिप्पणियों का जिक्र है कि पिछले साल द्विपक्षीय संबंधों में समस्याएं कम रहीं.

अखबार ने लिखा है ‘ऐसे नजरिये चीन-भारत संबंधों की ताजा स्थिति का वास्तविक चित्रण करते हैं और दोनों देशों में सतत विकास उनके बीच सकारात्मक ऊर्जा होने का संकेत भी देते हैं.’

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‘पीपुल्स डेली’ ने कहा है कि चीन-भारत रिश्तों में विकास की वर्तमान स्थिति के बीच यह भी महत्वपूर्ण है कि दोनों देश अपने-अपने रास्ते पर हैं और तेजी से आर्थिक विकास करते हुए एशिया को वैश्विक अर्थव्यवस्था की मुख्य धुरी बनाने में जबरदस्त सहयोग दे रहे हैं.

अखबार ने कहा है ‘चीन और भारत का अंतरराष्ट्रीय प्रभाव लगातार बढ़ रहा है इसलिए चीन-भारत संबंधों के बारे में बहस इसकी आर्थिक गतिविधियों से सीधे न जुड़ने वाले पक्षों और नौवहन मुद्दों तक भी जाती है.’ संपादकीय में कहा गया है कि दोनों देश अपने-अपने प्रभाव को एक दूसरे के पड़ोस तक विस्तृत कर रहे हैं.

इसमें कहा गया है ‘चीन और भारत क्षेत्रीय शक्तियां हैं और पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों को आगे बढ़ाने में उनके अपने भू-राजनीतिक हित हैं.’

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