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पैगंबर मोहम्मद पर बयान को लेकर इमरान खान ने की पुतिन की जमकर तारीफ! टेलिफोन पर दोनों नेताओं की बातचीत

इमरान खान और व्लादिमीर पुतिन ने फोन पर बातचीत की और एक दूसरे को अपने देश आने को न्याेता दिया है. पिछले महीने रूसी राष्ट्रपति ने पैगंबर को लेकर एक बयान दिया था जिसे लेकर इमरान खान ने उन्हें शुक्रिया कहा है. इमरान खान ने बातचीत को लेकर कई ट्वीट भी किए हैं.

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इमरान खान और व्लादिमीर पुतिन ने फोन पर बात की है (Photo- Reuters)
इमरान खान और व्लादिमीर पुतिन ने फोन पर बात की है (Photo- Reuters)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इमरान खान और व्लादिमीर पुतिन ने की फोन पर बातचीत
  • पैगंबर पर बयान के लिए इमरान खान ने पुतिन को कहा- शुक्रिया
  • शार्ली हेब्दो के कार्टून की भी रूसी राष्ट्रपति ने की आलोचना

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को पैगंबर के अपमान के खिलाफ बयान देने के लिए धन्यवाद दिया है. सोमवार को दोनों नेताओं ने टेलीफोन पर बातचीत की और इसी दौरान इमरान खान ने पुतिन का शुक्रिया अदा किया. पिछले महीने ही पुतिन ने कहा था कि पैगंबर मोहम्मद का अपमान करना कलात्मक स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति नहीं बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन है.

रूस की समाचार एजेंसी TASS के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति ने फ्रांसीसी पत्रिका शार्ली हेब्दो में पैगंबर मोहम्मद के ईशनिंदा वाले कार्टून के प्रकाशन की भी आलोचना की थी. पुतिन ने कहा था कि इस तरह के कृत्यों ने चरमपंथी प्रतिशोध को जन्म दिया है. उन्होंने कहा कि कलात्मक स्वतंत्रता की अपनी सीमाएं होती हैं और इसे दूसरों की स्वतंत्रता का उल्लंघन नहीं करना चाहिए.

सोमवार को इमरान खान ने इस संबंध में एक ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने लिखा, 'राष्ट्रपति पुतिन से बात की. उनके जोरदार बयान के लिए मैंने शुक्रिया अदा किया कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारे पैगंबर को अपशब्द कहने का बहाना नहीं हो सकती. वो पहले पश्चिमी नेता हैं जिन्होंने प्रिय पैगंबर के लिए मुस्लिमों की भावनाओं के प्रति सहानुभूति और संवेदनशीलता दिखाई है.'

इमरान खान ने एक और ट्वीट में कहा कि कहा कि दोनों ने व्यापार पर आगे बढ़ने के तरीकों और देशों के बीच अन्य पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग पर भी चर्चा की. इमरान खान ने ट्वीट में आगे लिखा, 'हमने एक-दूसरे को अपने देशों की यात्रा के लिए आमंत्रित किया.'

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने भी टेलीफोन कॉल पर एक बयान जारी किया और कहा कि पीएम इमरान ने पुतिन के बयान की सराहना की है. बयान में कहा गया है, 'प्रधानमंत्री ने कहा कि वो नियमित रूप से बढ़ते इस्लामोफोबिया पर नजर बनाए हुए हैं.'

पीएमओ की तरफ से कहा कि दोनों नेताओं ने पिछले वर्ष के दौरान अपनी बातचीत को भी याद किया और द्विपक्षीय सहयोग के साथ-साथ आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.

बयान में कहा गया कि दोनों नेता विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने, उच्च स्तरीय आदान-प्रदान बढ़ाने और अफगानिस्तान से संबंधित मामलों पर संपर्क में रहने पर सहमत हुए हैं.

बयान में कहा गया, 'प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि एक शांतिपूर्ण और स्थिर अफगानिस्तान क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है. अफगानिस्तान गंभीर मानवीय और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है और इस महत्वपूर्ण मोड़ पर अफगानिस्तान के लोगों को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का समर्थन जरूरी है.'

इमरान खान ने अफगानिस्तान के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अफगानिस्तान की फ्रीज की हुई वित्तीय संपत्ति को जारी करने की अपील को भी दोहराया. बयान में कहा गया है कि इमरान खान पुतिन की पाकिस्तान यात्रा के साथ-साथ उचित समय पर रूस की अपनी यात्रा के लिए भी उत्सुक हैं. 

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