ऑस्ट्रिया की पर्वतारोही जोहाना फार्बर(Johanna Farber) को एक अनचाहे विवाद का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल रूस में हुई विश्व चैंपियनशिप के दौरान उनकी बॉडी के कुछ विवादित क्लोज-अप शॉट्स को लाइव टीवी पर दिखाया गया था. अब इस मामले में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग (IFSC) ने फार्बर से माफी मांगी है.
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग ने सोशल मीडिया पर अपने माफीनामे को शेयर किया है. इसमें लिखा है कि हम जोहाना फार्बर, सभी एथलीट्स और स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग समुदाय से उन तस्वीरों के लिए माफी मांगते हैं जो आईएफएससी क्लाइंबिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप मॉस्को 2021 के सेमीफाइनल के दौरान प्रसारित हुई थीं. आईएफएससी खिलाड़ियों के शरीर के ऑब्जेक्टिफिकेशन की निंदा करता है और इसे रोकने के लिए एक्शन लिया जाएगा ताकि सभी एथलीट्स की सुरक्षा की जा सके.
पहले भी फार्बर को झेलनी पड़ी है शर्मिंदगी
गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है जब फार्बर को इस तरह की शर्मनाक घटना का सामना करना पड़ा है. इससे पहले जून में हुए विश्व कप के दौरान भी ब्रॉडकास्टर ओआरएफ ने फार्बर से माफी मांगी थी क्योंकि उन्होंने इस महिला एथलीट की कुछ ऐसी तस्वीरों को प्रसारित किया था जिसे लेकर सोशल मीडिया पर काफी बवाल हुआ था.
दरअसल ओआरएफ ने फार्बर के कमर के नीचे वाले हिस्से को स्लो-मोशन सीक्वेंस में प्रसारित किया था. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर कई लोगों ने ब्रॉडकास्टर की निंदा करते हुए कहा था कि लोगों को महिलाओं के शरीर का ऑब्जेक्टिफिकेशन बंद कर देना चाहिए.
उस दौरान फार्बर ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया था और कहा था कि वे इस घटना के बाद काफी शर्मिंदा हैं. उन्होंने अपने बयान में ये भी कहा था कि लोगों को महिला एथलीट्स को सेक्शुएलाइज करना बंद कर देना चाहिए और इन एथलीट्स की परफॉर्मेंस पर ज्यादा फोकस करना चाहिए. हालांकि ताजा घटनाक्रम को लेकर फार्बर ने अब तक कोई स्टेटमेंट जारी नहीं किया है.
हालांकि इस मामले में आईएफएससी के प्रेसीडेंट मार्को स्कोलारिस ने कहा है कि लोगों को बार-बार एक ही गलती दोहराने से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि आखिर कितनी बार हम एक ही गलती करते रहेंगे? हमें अपनी गलतियों से सबक लेने की जरूरत है. गौरतलब है कि एक स्पोर्ट्स के तौर पर पर्वतारोहण को ओलंपिक गेम्स में पहली बार टोक्यो ओलंपिक्स में शामिल किया गया था. ये स्पोर्ट्स लोगों के बीच काफी लोकप्रिय भी रहा था. वही पर्वतारोहण की वर्ल्ड चैंपियनशिप्स को यूट्यूब पर लाइवस्ट्रीम किया गया था.