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EU में फाइजर वैक्सीन वालों को लगेगी बूस्टर डोज, मेडिसिन एजेंसी ने दी हरी झंडी

कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दुनियाभर में वैक्सीनेशन अभियान जारी है. यूरोपीय यूनियन में ड्रग वॉचडॉग ने सोमवार को 18 साल और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों के फाइजर/बायोएनटेक वैक्सीन की बूस्टर खुराक को मंजूरी दे दी है.

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फाइजर वैक्सीन
फाइजर वैक्सीन
स्टोरी हाइलाइट्स
  • फाइजर वैक्सीन वालों को लगेगी बूस्टर डोज
  • यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने दी हरी झंडी

कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दुनियाभर में वैक्सीनेशन अभियान जारी है. यूरोपीय यूनियन में ड्रग वॉचडॉग ने सोमवार को 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए फाइजर/बायोएनटेक वैक्सीन की बूस्टर खुराक को मंजूरी दे दी है. एम्स्टर्डम स्थित यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) द्वारा गंभीर रूप से कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए मॉडर्न और फाइजर दोनों टीकों की अतिरिक्त खुराक को भी मंजूरी दी गई थी. 

ईएमए ने फाइजर वैक्सीन के ब्रांड नाम का जिक्र करते हुए एक बयान में कहा, "18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए दूसरी खुराक के कम से कम छह महीने बाद कॉमिरनेटी बूस्टर खुराक पर विचार किया जा सकता है." बयान में आगे कहा गया कि बूस्टर के लिए फैसला राष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य निकायों द्वारा लिए जाएंगे."

वहीं, एएफपी एजेंसी के अनुसार, ईएमए के दवा विशेषज्ञों ने कोमिरनाटी के लिए डेटा का मूल्यांकन किया था और पाया था कि जब बूस्टर खुराक दी जाती है, तो एंटीबॉडी के स्तर में बढ़ोतरी दिखाई देती है. ईएमए ने कहा, "बूस्टर डोज के बाद दिल की स्थिति या अन्य बहुत ही दुर्लभ दुष्प्रभावों के जोखिम के बारे में ज्यादा नहीं पता है और सावधानीपूर्वक निगरानी की जा रही है."

ईएमए ने गंभीर रूप से कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को उनकी दूसरी खुराक के कम-से-कम 28 दिनों के बाद मॉडर्ना और फाइजर की बूस्टर डोज देने की अनुमति दी है. ईएमए ने कहा कि हालांकि इस बात का कोई साफ तौर पता नहीं चला है कि क्या इन मरीजों में एंटीबॉडीज बढ़ी हैं या नहीं, लेकिन उम्मीद की जाती है कि इससे मरीजों को सुरक्षा मिलेगी.

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