अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेंटागन को आदेश दिया है कि वह सेनाओं की "प्रशंसा" करने के लिए एक भव्य सैन्य परेड का आयोजन करे. अब तक इस देश में ऐसा शक्ति प्रदर्शन नहीं होता था.
हालांकि यह भी दिलचस्प है कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली सैन्य देश के लिए इस तरह की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करना कुछ अजीब सा है.
व्हाइट हाउस से मिली जानकारी के अनुसार, यह परेड दुनिया के अन्य देशों चीन, फ्रांस और भारत की तरह ही देश की सैन्य शक्ति का दुनिया के सामने प्रदर्शन होगा.
अब तक की परंपरा के अनुसार दुनिया की सबसे शक्तिशाली सैन्य शक्ति वाला देश अपनी ताकत का प्रत्यक्ष नुमाईश नहीं करता था. यह शक्ति प्रदर्शन कमांडर-इन-चीफ के तौर पर ट्रंप की भूमिका को और पुख्ता करेगा.
व्हाइट हाउस ने आज बताया कि राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने से पहले ही परेड के आयोजन का विचार रखने वाले ट्रंप ने अधिकारियों से इस संबंध में अनुरोध किया है. अब खबर है कि अधिकारी परेड के लिए सही समय और तारीख की तलाश में जुटे हैं.
प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा, "हमारे देश को सुरक्षित रखने के लिए रोज-रोज अपने जीवन को खतरे में डालने वाले अमेरिकी सैनिकों का राष्ट्रपति ट्रंप बहुत समर्थन करते हैं. उन्होंने रक्षा विभाग से ऐसा उत्सव आयोजित करने को कहा है, जहां सभी अमेरिकी उनके प्रति अपना सम्मान व्यक्त कर सकें."