डेनमार्क सरकार एक ऐसा कानून बनाने जा रही है जिससे इस देश में उम्र कैद की सजा काट रहे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है. डेनमार्क में अब उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी रोमैंटिक रिलेशनशिप नहीं रख सकेंगे. ये फैसला एक 50 साल के कैदी के 17 साल की लड़की के साथ रिलेशनशिप के बाद लिया गया है.
डेनमार्क के जस्टिस मिनिस्टर निक हेकरुप ने अपने बयान में कहा कि हमने पिछले कुछ सालों में देखा है कि वो कैदी जिन्होंने अपने जीवन में घिनौने अपराध किए हैं, वे युवाओं का ध्यान आकर्षित करने और उनकी सहानुभूति पाने के लिए उनसे संपर्क करते हैं और उन्हें फंसा लेते हैं. मुझे लगता है कि इसे रोका जाना बेहद जरूरी है.
उन्होंने आगे कहा कि उम्रकैद की सजा काट रहे लोग जेल को डेटिंग सेंटर ना समझें और ना ही वे इसे मीडिया प्लेटफॉर्म्स समझकर अपने अपराध की गाथा को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने की कोशिश करें. इस विधेयक में ये भी लिखा था कि उम्रकैद की सजा काट रहे लोग सोशल मीडिया पर अपने अपराध को लेकर बखान भी नहीं कर सकेंगे.
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार ने छह प्रस्तावों सहित एक विधेयक का मसौदा तैयार किया है, जिसमें कहा गया है कि उम्रकैद की सजा पाने वाले लोगों को डेटिंग पर बैन के साथ ही अपने अपराधों का बखान सोशल मीडिया पर करने से भी रोका जाएगा. मंत्रालय ने कहा कि इस कानून के सहारे ये कोशिश की जाएगी कि उम्र कैद की सजा काट रहे लोग अपनी सजा के पहले 10 सालों तक किसी भी तरह के नए रिलेशनशिप में शामिल होने से रोका जा सके.
हाल ही में एक 17 साल की युवती ने बताया था कि वो 50 साल के पीटर मैडसन के प्यार में पड़ गई थी. पीटर ने 30 साल की पत्रकार किम वॉल की हत्या कर दी थी जब ये महिला उसके घर इंटरव्यू करने गई थीं. इस शख्स ने ना केवल पत्रकार की हत्या की थी बल्कि उसके साथ यौन शोषण भी किया था. साल 2017 में उसके इस क्राइम के बाद पीटर को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. इसके बाद जेल में वो 17 साल की युवती के साथ रिश्ते में पड़ गया था.