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भारत अगर नकारता रहा चीन की चेतावनी तो होकर रहेगा युद्ध- ग्लोबल टाइम्स

ग्लोबल टाइम्स के वीडियो में कहा गया है कि अगर भारत चालाकी करेगा तो युद्ध को रोकना मुश्किल है और भारत लगातार चीन की चेतावनी को अनसुना करता रहा तो युद्ध ही एक मात्र विकल्प बचेगा. 1962 में भी नेहरू को लगा था कि चीन हमला नहीं करेगा लेकिन भारत अब भी उसी तरह की अनुभवहीनता दिखा रहा है.

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चीन का सरकारी अखबार है ग्लोबल टाइम्स
चीन का सरकारी अखबार है ग्लोबल टाइम्स

चीन के सरकारी अखबर ग्लोबाल टाइम्स ने एक बार फिर डोकलाम विवाद पर भारत को गीदड़भभकी दी है. अखबार के एडिटर ने कहा है कि भारत अगर लगातार चीन की चेतावनी को लगातार दरकिनार करता रहा तो निश्चित ही युद्ध होकर रहेगा. यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब भारत की ओर से कूटनीतिक तौर पर मुद्दे को सुलझाने की कोशिशें जारी हैं.

ग्लोबल टाइम्स पर जारी करीब डेढ़ मिनट के इस वीडियो में अखबार के संपादक ने कहा है कि नई दिल्ली आज भी 1962 के जवाहर लाल नेहरू की तरह अनुभवहीन है. वीडियो में कहा गया है कि भारत खुद को विपरीत हालात से निपटने के लिए तैयार नहीं कर रहा बल्कि देश की जनता को सब कुछ ठीक होने का दिलासा दे रहा है.   

वीडियो में एक भारतीय अखबार का हवाला भी दिया गया है जिसमें कहा गया है कि चीन कभी भारत पर हमला नहीं कर सकता. यहां तक कि हल्की सैन्य कार्रवाई का रिस्क भी नहीं लेगा. इसके जवाब में ग्लोबल टाइम्स में कहा गया है कि चीन भी युद्ध नहीं बल्कि शांति की बहाली चाहता है और साथ मिलकर आगे बढ़ना चाहता है. लेकिन अगर भारतीय सेना लगातार चीन की धरती मंडराएगी तो स्थितियां अलग हो सकती हैं.

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ग्लोबल टाइम्स के वीडियो में कहा गया है कि अगर भारत चालाकी करेगा तो युद्ध को रोकना मुश्किल है और भारत लगातार चीन की चेतावनी को अनसुना करता रहा तो युद्ध ही एक मात्र विकल्प बचेगा. 1962 में भी नेहरू को लगा था कि चीन हमला नहीं करेगा लेकिन भारत अब भी उसी तरह की अनुभवहीनता दिखा रहा है.

 

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