कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. कई देश कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. वहीं अब जी-20 देशों ने इस महामारी से निपटने के लिए ग्लोबल इकॉनोमी में 5 ट्रिलियन यूएस डॉलर देने का ऐलान किया है.
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कोरोना वायरस के कारण पूरे विश्व को आर्थिक कीमत भी चुकानी पड़ी है. इसके कारण उद्योग-धंधों पर भी काफी हद तक ब्रेक लग गया है. इसको देखते हुए वैश्विक जीडीपी में भी कमी की संभावना जताई गई है. हालांकि अब वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए जी-20 देश आगे आए हैं और कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए ग्लोबल इकॉनोमी में 5 ट्रिलियन यूएस डॉलर देने का ऐलान किया है.
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सूत्रों के मुताबिक जी-20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 में शामिल देशों से कहा कि कोविड-19 के संकट के 3 महीने बाद हम अभी भी इस संकट से निपटने के लिए एक समन्वित दृष्टिकोण की तलाश कर रहे हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया हमारे एक्शन को देख रही है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 देशों से मानव जीवन पर ध्यान केंद्रित करने की योजना के साथ आने का आग्रह किया. उन्होंने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए कठिनाइयों को कम करने, डब्ल्यूएचओ को मजबूत करने और आर्थिक कठिनाइयों को कम करने की योजना के लिए आग्रह किया.
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जी-20 सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ये आर्थिक और आर्थिक मुद्दों को दूर करने का एक मंच बन गया है. पीएम ने कहा कि कई स्तरों पर वैश्वीकरण ने हमें विफल कर दिया है, चाहे वह आतंकवाद हो या जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करना हो.