पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में सियासी संकट गहराता जा रहा है. इमरान खान और मौलाना ताहिर उल कादरी के 25,000 से अधिक समर्थक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इस्तीफा देने और संसद व प्रांतीय असेंबलियों को भंग किए जाने तक राजधानी इस्लामाबाद नहीं छोड़ने पर अड़े हुए हैं. वहीं, लाहौर की एक अदालत ने नवाज शरीफ, उनके भाई व पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ और 19 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का आरोप दर्ज करने का आदेश दिया है. इस वजह से 15 महीने पुरानी नवाज शरीफ सरकार के सामने अब तक का सबसे बड़ा संकट पैदा हो गया है.
प्रदर्शनकारी लाहौर से 35 घंटे से ज्यादा समय में 300 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय कर यहां पहुंचे हैं. प्रदर्शनकारियों ने 'जाओ नवाज जाओ' के नारे भी लगाए. खान के समर्थकों ने कहा कि बारिश और सफर से खान की सेहत पर असर पड़ा है और वे पिछले 40 घंटों से सोए नहीं हैं. वहीं, कादरी के 'इंकलाब मार्च' के हजारों समर्थक भी इस्लामाबाद में एक अलग आयोजन स्थल पर पहुंचे हैं. सरकार ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस्लामाबाद में हजारों पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया है.
(इस्लामाबाद में कादरी के समर्थक. फोटो: एपी)
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान ने यहां पहुंचने के बाद समर्थकों से कहा, 'अब वक्त आ गया है कि मुल्क फैसला करे. मैं यहां तब तक रहूंगा जब तक प्रधानमंत्री इस्तीफा नहीं दे देते. हम उस प्रधानमंत्री को कुबूल नहीं कर सकते जो धांधली वाले चुनाव के बाद बना है. हम चुनावों में धांधली के खिलाफ चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट गए. जब हमें इंसाफ नहीं मिला तब हमने फैसला किया कि अब सड़क पर उतरने के सिवाय हमारे पास कोई दूसरा चारा नहीं है.' तहरीक-ए-इंसाफ के प्रदर्शन स्थल से कुछ दूरी पर कादरी और उनकी पार्टी पाकिस्तान अवामी तहरीक के समर्थक डेरा डाले हैं.
पाकिस्तानी मूल के कनाडावासी कादरी की मांग है कि बीते 17 जून को पुलिस के साथ झड़प में उनके 14 समर्थकों की मौत के मामले में प्रधानमंत्री शरीफ और पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ को गिरफ्तार किया जाए. कादरी ने कहा, 'मैं तब तक नहीं जाउंगा जब तक नवाज और शाहबाज गिरफ्तार नहीं हो जाते.'
हालांकि, पाकिस्तानी पीएमओ ने कहा है कि प्रदर्शनकारियों की यह मांग बेतुकी है. शरीफ ने सरकार पर किसी तरह का खतरा मंडराने से इनकार किया है. उनकी सरकार के मंत्रियों ने कहा कि शरीफ के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता. सरकार ने प्रदर्शकारियों और रैली में कोई बाधा नहीं डाली, लेकिन राजधानी में 'रेड जोन' में प्रदर्शनकारियों के प्रवेश को रोकने के लिए सड़कों पर कंटेनर्स रखकर क्षेत्र की नाकेबंदी कर दी गई है.
(इस्लामाबाद में इमरान खान के समर्थक. फोटो: एपी)
'शरीफ के खिलाफ हत्या का आरोप दर्ज हो'
पाकिस्तान में लाहौर की एक अदालत ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनके भाई व पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ और 19 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का आरोप दर्ज करने का शनिवार को आदेश दिया.
गौरतलब है कि पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) प्रमुख के मुख्यालय के पास से अवरोधक हटाने की अधिकारियों की कोशिश के बाद 17 जून को पुलिस के साथ झड़प में दो महिलाओं सहित पीएटी के 14 समर्थक मारे गए थे और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे.
मॉडल टाउन झड़प से जुड़े मामले की सुनवाई कर रही लाहौर सेशन कोर्ट ने पुलिस से उन 21 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा है जिन्हें पीएटी ने अपनी शिकायत में नामजद कराया था. कोर्ट ने पुलिस को नवाज, उनके भाई शहबाज, उनके भतीजे हमजा शाहबाज, गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान तथा अन्य के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज करने का आदेश दिया.