दुनिया पर दबदबा बनाने के लिए चीन लगातार अपनी सामरिक शक्तियों में इजाफा कर रहा है. अब उसने खुदाई करने वाला एक ऐसा पोत बनाया है जो पूरे एशिया में सबसे बड़ा है. यह पोत कृत्रिम द्वीप का निर्माण करने के लिए बनाया गया है. सरकारी अखबार चाइना डेली की खबर के अनुसार शुक्रवार को देश के पूर्वी प्रांत जियांग्सू में इस पोत का अनावरण किया गया.
बताया जा रहा कि चीन ने इस पोत का निर्माण दक्षिणी चीन सागर में किया है. ‘तियान कुन हाओ’ पोत एक घंटे में 6,000 घन मीटर खुदाई करने की क्षमता रखता है. इसका क्षेत्रफल तीन तरणतालों के बराबर है.
यह उस पोत का बड़ा संस्करण है, जिसका चीन ने दक्षिण चीन सागर में रीफ एवं टापुओं को कृत्रिम द्वीपों में बदलने के लिए रेत, गीली मिट्टी और कोरल की खुदाई में इस्तेमाल किया था. ये द्वीप सैन्य प्रतिष्ठानों की मेजबानी में सक्षम हैं.
अखबार के अनुसार पोत के परीक्षण का काम अगले साल जून में पूरा होने के बाद यह एशिया में इस तरह का सबसे शक्तिशाली पोत होगा. अखबार ने पोत को ‘मैजिक आइलैंड मेकर’ नाम दिया है.
दक्षिण चीन सागर में वर्चस्व को लेकर चीन का कई पड़ोसी देशों से विवाद चल रहा है. दक्षिण चीन सागर पर कई देश अपना हक जता रहे हैं. एक दिन पहले ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने और उसे जीतने के लिए निर्देश दिया था.