बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के खिलाफ व्यापक हिंसा का मामला सामने आया है. बांग्लादेश के एक अखबार के अनुसार एक राजनीतिक दल ने चुनावों में फायदा हासिल करने के उद्देश्य से अशांति पैदा करने के लिए हिंदुओं पर यह हमला करवाया.
हालांकि बांग्लादेश सरकार और प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुस्तैदी दिखाई और हमले में शामिल 53 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
स्थानीय मीडिया के अनुसार, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के एक युवक द्वारा कथित अपमानजनक फेसबुक स्टेटस लगाए जाने को लेकर उपजी अफवाह के बाद यह घटना हुई. बीडीन्यूज24 डॉट कॉम के मुताबिक, पुलिस का आरोप है कि देश की सबसे बड़ी इस्लामी पार्टी जमात-ए-इस्लामी ने अगले संसदीय चुनावों के पहले अशांति पैदा करने के लिए हिंदुओं पर हमले किए. यह पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की महत्वपूर्ण सहयोगी है.
रंगपुर पुलिस अधीक्षक मिजनुर रहमान ने घटनास्थल का मुआयना करने के बाद कल कहा कि चुनाव निकट देख जमात अशांति भड़काने की ताक में है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने चार लोगों की पहचान की है, जिन्होंने हमले के लिए उकसाया.
एक अन्य समाचार पत्र ढाका ट्रिब्यून ने पुलिस अधीक्षक जाकिर हुसैन के हवाले से कहा है कि पुलिस ने कोतवाली और गंगाचारा थाने में घटना पर दो मामले दर्ज किए हैं और अब तक 53 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है.
खबर के मुताबिक, ढाका से करीब 300 किलोमीटर दूर रंगपुर जिले के एक गांव में हिंदुओं के घरों में आग लगाने वाली भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए.