अमेरिका के न्याय विभाग ने भारतीय नागरिक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. वहां 52 साल के भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश करने के आरोप लगाए गए हैं.
बता दें कि 'फाइनैंशल टाइम्स' ने पिछले हफ्ते एक रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि अमेरिका ने पन्नू की हत्या की साजिश को विफल किया था. रिपोर्ट में आगे दावा किया गया था कि अमेरिका ने इस मामले में भारत को चेतावनी भी जारी की थी.
अब अमेरिका के न्याय विभाग ने बताया है कि भारत सरकार के एक कर्मचारी ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर जिसमें गुप्ता भी शामिल थे, उन्होंने अमेरिका में दो हत्या करने की साजिश रची थी. इसमें एक अटॉर्नी जनरल और एक राजनीतिक कार्यकर्ता शामिल था. जो भारत के अल्पसंख्यक समुदाय से आता है. ये भारतवंशी राजनीतिक कार्यकर्ता फिलहाल अमेरिका का नागरिक है जो न्यूयॉर्क में रह रहा है. यहां पन्नू का जिक्र हो रहा है.
विभाग की तरफ से जारी नोटिस में बताया गया है कि भारत सरकार का ये कर्मचारी खुद को सीनियर फील्ड अफसर बताता था, जो 'सुरक्षा प्रबंधन' और 'खुफिया सूचनाओं' को देखता था.
हो सकती है 20 साल की सजा
अगर गुप्ता को दोषी पाया जाता है तो उनको 20 साल की सजा हो सकती है. आगे आरोप है कि गुप्ता ने हत्या के लिए 100,000 डॉलर देने की बात कही थी. इसमें से 15 हजार डॉलर की अडवांस पेमेंट 9 जून 2023 को दी गई थी.
लेकिन, जिस शख्स को इस काम के लिए हायर किया गया था वह अमेरिकी एजेंसी का ही खुफिया एजेंट था.
बता दें कि गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक प्रशासन ने पकड़ा था. उसने ये काम अमेरिका के साथ उसकी द्विपक्षीय संधि के तहत किया था. गुप्ता को अमेरिका कब सौंपा जाएगा, इसकी फिलहाल जानकारी नहीं है.
बता दें कि इस मामले में भारत सरकार भी अलर्ट मोड में है. भारत ने 18 नवंबर को ही एक हाई-लेवल जांच कमेटी बनाई थी जो इस मामले के सभी पक्षों को देख रही है.