भारतीय संसद के बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को अमेरिका पहुंचा. इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं. यह प्रतिनिधिमंडल गयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील और अमेरिका की यात्रा पर है.
शशि थरूर ने आतंकवाद के मुद्दे पर दुनिया को सख्त संदेश देते हुए कहा कि पहलगाम हमले के बाद अब भारत ने नई नीति अपना ली है. जिसके तहत अगर कोई भी पाकिस्तान की धरती से भारतीय नागिरकों की हत्या करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास द्वारा भारतीय-अमेरिकी समुदाय के प्रमुख सदस्यों और मीडिया और थिंक टैंकों के लोगों के साथ आयोजित एक बातचीत में शशि थरूर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर हमला किया.
दुनिया को दिखाया भारत का संयम
उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने संयम बरतते हुए एयरस्ट्राइक की. लेकिन युद्ध की शुरुआत नहीं की. भारत ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, न कि किसी रिहायशी इलाके को या न किसी संस्थान को.
भारत की प्राथमिकता युद्ध नहीं, विकास है
शशि थरूर ने कहा कि भारत युद्ध नहीं चाहता है. भारत अपना विकास चाहता है ताकि गरीबी को तेजी से मिटाया जा सके. अगर पाकिस्तान हमें छोड़ दे तो हम उन्हें भूलना पसंद करेंगे.
आत्मरक्षा का अधिकार, लेकिन जिम्मेदारी से
उन्होंने कहा कि भारत के पास आत्मरक्षा का अधिकार है. हमने जिम्मेदारी से पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया. भारत बिना उकसावे का आक्रमण नहीं करता, लेकिन हमला हो तो जवाब जरूर देगा.
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दुनिया को भारत की पीड़ा समझनी चाहिए
शशि थरूर ने कहा कि दुनिया को भारत की पीड़ा समझनी चाहिए. पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को लेकर इनकार करते रहता है. इसलिए अब भारत ने ठान लिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ माकूल जवाब देगा.
शशि थरूर के प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन है शामिल?
तरणजीत संधू (अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत), तेजस्वी सूर्या (बीजेपी), मिलिंद देवड़ा (शिवसेना), भुवनेश्वर कलिता (बीजेपी), शशांक मणि त्रिपाठी (बीजेपी), हरिश माधुर बालयोगी (टीडीपी), सारफराज अहमद (झामुमो) और शशि थरूर (कांग्रेस).