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चीन-आतंकियों पर क्या स्टैंड, कैसी होगी सरकार की विदेश नीति? तालिबान ने बताया प्लान

तालिबान ने सबसे पहले अब हर देश से अपने सैनिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने को कहा है, 31 अगस्त को ही अंतिम डेडलाइन कहा गया है. हालांकि, इस चेतावनी से इतर तालिबान ने सभी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाने की बात कही है. 

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तालिबानी प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद (AFP)
तालिबानी प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद (AFP)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • तालिबान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सामने रखी रणनीति
  • सभी देशों से अच्छे संबंध चाहते हैं, हम सुरक्षा देंगे: तालिबान

अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा करने के बाद तालिबान (Taliban) ने अब अपनी सरकार बनाने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं. तालिबान ने सबसे पहले अब हर देश से अपने सैनिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने को कहा है, 31 अगस्त को ही अंतिम डेडलाइन कहा गया है. हालांकि, इस चेतावनी से इतर तालिबान ने सभी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाने की बात कही है. 

मंगलवार को तालिबानी प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने तालिबान की आगे के रणनीति के बारे में बात की. साथ ही तालिबान की विदेश नीति कैसी होगी, इसको लेकर बयान दिया. प्रवक्ता के मुताबिक, तालिबान दुनिया के सभी देशों से अच्छे संबंध चाहता है. 

कैसी होगी तालिबान की विदेश नीति?

जब विदेश नीति (Foreign Policy) को लेकर सवाल हुआ तो तालिबान ने कहा कि वह सभी से दोस्ताना संबंध चाहते हैं, वह सभी मुल्कों से तालिबान के साथ संपर्क बनाने की अपील करते हैं. उन्होंने कहा कि तालिबान का कोई भी लड़ाका किसी विदेशी एम्बेसी में प्रवेश नहीं करेगा, बल्कि हम सभी एम्बेसियों को सुरक्षा मुहैया कराएंगे. 

चीन (China) को लेकर अपने संबंधों पर तालिबान ने कहा कि वह सरकार बनने के बाद चीन के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं, जो आर्थिक संबंध भी होंगे. बता दें कि हाल ही में चीन ने साफ किया था कि वह अफगानिस्तान के साथ आर्थिक संबंध बनाना चाहता है और आर्थिक मदद भी देना चाहता है. 

क्लिक करें: अफगान मामले पर राष्ट्रपति बाइडेन पर बरसे डोनाल्ड ट्रंप, पूछा- कितने आतंकियों को अमेरिका ले आए?

आतंकी संगठनों का क्या होगा?

अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद एक सबसे बड़ी चिंता आतंकी संगठनों को लेकर है, इसपर तालिबानी प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने साफ किया कि किसी भी आतंकी संगठन को अफगानिस्तान की सरजमीं पर काम नहीं करने दिया जाएगा. फिर चाहे वो अलकायदा हो या कोई और संगठन, किसी पड़ोसी देश को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा.

अफगानिस्तान के पंजशीर में नॉर्दर्न एलायंस के साथ जारी जंग को लेकर तालिबान ने कहा है कि वह इस मसले को जल्द सुलझाना चाहते हैं, हम चाहते हैं कि नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाके अपने हथियार छोड़ दें और हमारे साथ बातचीत करें. हम बातचीत करने को पूरी तरह से तैयार हैं. 

हम हालात को सामान्य करना चाहते हैं: तालिबान

आपको बता दें कि तालिबान की ओर से अब धीरे-धीरे सरकार बनाने की ओर कदम बढ़ाए जा रहे हैं. तालिबान ने साफ किया है कि विदेशी सैनिकों के बाहर जाने तक सरकार नहीं बनेगी. हालांकि, तालिबान ने अब कई अहम पदों पर नियुक्तियां शुरू कर दी हैं. 

तालिबानी प्रवक्ता के मुताबिक, हम जल्द से जल्द हालात सामान्य करना चाहते हैं ताकि लोग अपने-अपने काम पर लौट सकें. महिलाओं के काम पर लौटने को लेकर तालिबान का कहना है कि महिलाएं भी काम पर लौट सकती हैं, लेकिन जब सरकार का गठन होगा और नियम बनेंगे उसके बाद, अभी सभी को घर पर रहने को कहा गया है. 

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