अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव की गहमागहमी तेज हो गई है. आज अमेरिका के डेनवर में राष्ट्रपति बराक ओबामा औऱ रिपब्लिकन उम्मीदवार मिट रोमनी के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हो रही है.
आजतक पर बराक ओबामा की कहानी
कोलाराडो के डेनवर में आयोजित बहस में ओबामा और रोमनी ने नौकरियों के सृजन तथा सरकारी घाटे पर अपना-अपना पक्ष रखा. राष्ट्रपति ओबामा ने कहा कि अमेरिका आर्थिक विकास के पथ पर लौट आया है. पिछले 30 माह में देश के निजी क्षेत्र ने 50 लाख नौकरियों के अवसर सृजित किए हैं.
ओबामा ने कहा कि मैं उन खामियों को दूर करना चाहता हूं, जिनकी वजह से कम्पनियों को नौकरियां विदेश भेजने के अवसर मिल रहे हैं लेकिन मैं अमेरिका में निवेश करने वाली कम्पनियों को कर अदायगी में राहत देना चाहता हूं.
ओबामा ने आर्थिक विकास के लिए के लिए मध्यम वर्ग को मजबूती देने और सरकार के बजट घाटे को संतुलित करने के लिए सरकारी खर्च में कटौती सहित करों का दायरा बढ़ाने पर भी जोर दिया, जिसका रोमनी ने कड़ा विरोध किया.
रोमनी ने आरोप लगाया कि ओबामा की आर्थिक नीतियां विफल रही हैं, जिनकी वजह से पेट्रोल तथा खाद्य पदार्थो की कीमत बढ़ीं, अमेरिकी परिवारों की आय कम हुई और सरकार का ऋण भी बढ़ा.
रोमनी ने अगले चार साल में लाखों नई नौकरियों के सृजन के लिए अपनी पांच सूत्री योजना पर बल दिया, जिसमें उत्तरी अमेरिका की ऊर्जा आत्मनिर्भरता हासिल करना, अमेरिकी वस्तुओं एवं सेवाओं के लिए नए विदेशी बाजार खोलना, सरकारी खर्च कम करना तथा छोटे व्यवसायों पर कर में कटौती शामिल हैं.
ओबमा और रोमनी के बीच मतदान से पहले तीन, 16 और 22 अक्टूबर को भी बहस होगी, जबकि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेट उम्मीदवार व मौजूदा उपराष्ट्रपति जो बिडेन और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार पॉल रयान के बीच बहस 11 अक्टूबर को होगी.