भारत के बाद पाकिस्तान में भी कोरोना वायरस के संकट के चलते हालात बिगड़ते जा रहे हैं. भारत की तरह ही पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसके चलते पाकिस्तान के अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड्स की किल्लत हो गई है. इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PIMS) में बेड कम पड़ रहे हैं और ऑक्सीजन की कमी के चलते सर्जरी रोक दी गई है.
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पाकिस्तान में शुक्रवार को 5,870 नए कोरोना केस सामने आए जबकि 144 लोग ने इस जानलेवा वायरस की चपेट में आने से दम तोड़ दिया. 23 अप्रैल 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या 784,108 हो चुकी है जबकि अब तक 16,842 लोग मौत के शिकार हो चुके हैं. पाकिस्तान का पॉजिटिविटी रेट 10.91फीसदी है. कोरोना मरीजों का नया आंकड़ा सामने आने के बाद पीएम इमरान खान ने अपने देशवासियों को संबोधित किया.
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पाकिस्तान में जटिल होती कोरोना स्थिति से प्रधानमंत्री इमरान खान भी चिंतित नजर आए और उन्होंने अपने देशवासियों को संबोधित करते हुए सभी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की. इमरान खान ने शुक्रवार को पाकिस्तान के लोगों से कोविड-19 दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया, और चेतावनी दी कि यदि देश में भयावह कोरोना वायरस संकट के कारण भारत जैसी विकट स्थिति पैदा होती है तो एक और लॉकडाउन लागू करने पड़ेगा.
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असल में, महामारी से निपटने की रणनीतियों पर विचार-विमर्श के लिए हुई नेशनल कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक के बाद पीएम इमरान खान ने शुक्रवार को पाकिस्तान के लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि सेना से पुलिस को देश में सोशल डिस्टेंसिंग के दिशानिर्देशों को लागू करने में मदद करने के लिए कहा गया है ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके. (फोटो-AP)
पाकिस्तान के समाचार पत्र डॉन के मुताबिक इमरान खान ने कहा, 'मैं आपसे मानक संचालन प्रक्रिया (SOPs) का पालन करने की अपील कर रहा हूं ताकि हमें वह कदम न उठाना पड़े जो भारत को उठाना पड़ रहा है जिसका मतलब है लॉकडाउन लगाना.' उन्होंने कहा कि आधी समस्याएं वहीं खत्म हो जाएंगी जब लोग मास्क लगाना शुरू कर देंगे. (फोटो-PTI)
इमरान खान जो खुद पिछले महीने इस बीमारी की चपेट में आ गए थे, ने चेतावनी दी कि अगर हालात बिगड़ते रहे तो बड़े शहरों में लॉकडाउन करना पड़ जाएगा. उन्होंने कहा, "अगर हमारे हालात भी भारत जैसे ही हो जाते हैं, तो हमें शहरों को बंद करना होगा." (फोटो-Getty Images)
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार लॉकडाउन से बचने की कोशिश कर रही थी क्योंकि इसकी मार सबसे ज्यादा गरीबों पर पड़ती है, लेकिन अगर महामारी बनी रही तो स्थिति बदल सकती है. बहरहाल, पाकिस्तान के उन जिलों में माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों को बंद करने का फैसला किया गया है जहां कोरोना की पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से अधिक थी. (फोटो-PTI)
इमरान खान ने कहा, अगर हम (एक राष्ट्र के रूप में) एहतियाती कदम नहीं उठाते हैं, तो हमें लॉकडाउन लागू करना होगा, जो हमारी अर्थव्यवस्था को उस समय प्रभावित करेगा, जब यह महामारी अपने पांव पसार रही होगी. पाकिस्तान के पीएम ने अपने देशवासियों से अपील की वे पिछले साल रमज़ान की तरह ही इस बार भी कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करें.
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डॉन अखबार ने इमरान खान के हवाले से लिखा है, "लोग मुझसे कह रहे हैं कि आज मैं लॉकडाउन कर दूंगा, लेकिन हम ऐसा नहीं करने जा रहे हैं, और मैं इसे दोहराता रहूंगा कि इससे दिहाड़ी और अन्य मजदूरों को इससे सबसे ज्यादा नुकसान होगा." (फोटो-AP)
इमरान खान ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान की सेना को एसओपी को लागू करने में पुलिस और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सहायता करने के लिए कहा था. उन्होंने कहा, "हम लोगों को एहतियाती उपायों का पालन करने के लिए कह रहे हैं. लेकिन हमने देखा है कि लोग लापरवाह हो गए हैं."
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार कोरोना वैक्सीन की खरीद के लिए सभी प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा, "हमने चीन से पूछा है, लेकिन उनकी मांग भी काफी है. बाकी दुनिया में भी इसकी कमी देखने को मिल रही है."
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प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण के बाद सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट किया कि सेना को प्रमुख शहरों में बुलाया गया. उन्होंने कहा, "बिगड़ते कोरोना वायरस की स्थिति के कारण, प्रधानमंत्री ने सेना को प्रमुख शहरों में बुलाया है ताकि एसओपी का पूरी तरह से पालन हो सके. " चौधरी ने यह भी कहा कि देश अपनी ऑक्सीजन क्षमता का 90 प्रतिशत उपयोग कर रहा था और एहतियात का पालन करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है. (फोटो-AP)