भारत-चीन के युद्ध के दौरान, सोवियत यूनियन ने क्यूबा में परमाणु हथियार और लंबी दूरी की मिसाइलें तैनात कर दी थीं. परमाणु युद्ध का टलना असंभव नजर आ रहा था. हालांकि, केनेडी दोनों संकटों से बेहतरीन तरीके से निपटे. उन्होंने रूस के साथ युद्ध को टाल दिया और क्यूबा से रूसी परमाणु हथियार हटवा दिए. दूसरी तरफ, भारत को अमेरिकी वायुसेना की मदद भेजकर भारतीय प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को आश्वस्त किया. यूएस नेवी ने बंगाल की खाड़ी में एक लड़ाकू कैरियर भी भेजा जिससे पूरी दुनिया को ये संदेश चला गया कि अमेरिका भारत के साथ है.