संयुक्त राष्ट्र नई दिल्ली में हुई हिंसा के बाद हालात पर नजर बनाए हुए है. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई हिंसा में अब तक एक हेड कांस्टेबल समेत 22 लोगों की मौत हो चुकी है.
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यूएन चीफ एंटोनियो गुटेरस के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने अपनी डेली ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में कहा कि "लोगों को शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए और सुरक्षा बल संयम बरतें. यूएन चीफ का हमेशा से यही रुख रहा है."
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उन्होंने कहा, "संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस निश्चित तौर पर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं."
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दिल्ली हिंसा में हेड कांस्टेबल रतन लाल के मारे जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने की जरूरत है."
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इससे पहले, यूएन महासचिव ने नागरिकता कानून को लेकर चिंता जताई थी. उन्होंने कहा था कि वह भारतीय संसद में पास हुए भेदभावकारी नागरिकता
कानून से 20 लाख मुस्लिमों के 'राज्यविहीन' हो जाने के खतरे को लेकर चिंतित
हैं.
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गुतेरेस से सवाल किया गया था कि क्या वह भारतीय मुस्लिमों के साथ हो रहे
भेदभाव को लेकर निजी तौर पर चिंतित हैं? उन्होंने जवाब दिया कि बिल्कुल! ये
बहुत जरूरी है कि जब राष्ट्रीयता से संबंधित कानूनों में बदलाव हो तो
लोगों को राज्यविहीन बनाने की स्थिति से बचने के लिए कोशिशें की जाएं. यह
सुनिश्चित करना हम सबकी जिम्मेदारी है कि दुनिया का हर शख्स किसी देश का
नागरिक भी हो.