चीन के वुहान शहर से निकला कोराना वायरस अब दुनिया के कई देशों में फैल चुका है. चीन में तो अब कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में गिरावट आ रही है लेकिन चीन के बाहर इटली और ईरान में संक्रमण तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है.
ईरान चीन के बाद कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह से प्रभावित देश है. अधिकारियों के मुताबिक, ईरान में 3500 लोग संक्रमित हैं और वायरस के संक्रमण से 107 लोगों की मौतें हो चुकी हैं. ईरान के उप स्वास्थ्य मंत्री समेत कई सांसद भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं.
अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें ईरान के शवगृह की फर्श पर लाशों के ढेर दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में ईरान के शवगृह में फैले शवों के बीच वर्कर प्रोटेक्टिव सूट और मास्क पहनकर आवाजाही करते नजर आ रहे हैं.
हालांकि, ये स्पष्ट नहीं है कि शवगृह में डेड बॉडीज के लगे ढेर की वजह कोरोना वायरस संक्रमण से हो रही मौतें हैं. यह फुटेज ईरान के कॉम बहशत-ए-मासूमह का है.
(CNN ने अपनी रिपोर्ट में इस वीडियो को प्रकाशित किया है हालांकि, आज तक इसकी पुष्टि नहीं करता है.) ईरान में इस्लामिक परंपरा के तहत, लाशों के अंतिम संस्कार से पहले उन्हें साबुन और पानी से धोया जाता है.
लेकिन कॉम के दो मेडिकल वर्करों ने सीएनएन को बताया कि कुछ मामलों में
संक्रमण रोकने के लिए इस्लामिक परंपरा को नहीं अपनाया जा रहा है.
इसके बजाय, कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में शवों को कैल्शियम ऑक्साइड से ट्रीट किया जा रहा है ताकि कब्रिस्तान में दफनाने के बाद मिट्टी में संक्रमण ना फैले.
ईरान के सरकारी टीवी चैनल आईआरआईबी पर एक रिपोर्ट में बहशत-ए-मासूमह शवगृह के निदेशक ने बताया, वायरस की टेस्टिंग में वक्त लगता है जिस वजह से अंतिम संस्कार में देरी होती है और शवगृह में लाशों के ढेर लग जा रहे हैं.
उन्होंने बताया, फिलहाल हम कोरोना वायरस से संक्रमित और बाकी के शवों में पहचान करने की चुनौती से निपट रहे हैं क्योंकि दोनों के अंतिम संस्कार के लिए अलग-अलग निर्देश दिए गए हैं.