झारखंड के हजारीबाग में बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर एंड स्कूल में दो युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र (जॉइनिंग लेटर) के आधार पर प्रशिक्षण में शामिल होने की कोशिश करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है. इस मामले में दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक हजारीबाग मुफस्सिल थाना प्रभारी कुशल किशोर ने जानकारी दी कि गिरफ्तार किए गए युवकों की पहचान पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के रहने वाले भोलू सोरेन और रवि बासरा के रूप में हुई है. दोनों युवकों ने बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर में फर्जी दस्तावेजों के जरिए शामिल होने का प्रयास किया.
बीएसएफ ट्रेनिंग इंचार्ज सह असिस्टेंट कमांडेंट ने इस संबंध में हजारीबाग मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया. शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों युवक फर्जी लेटर दिखाकर खुद को चयनित अभ्यर्थी बताकर ट्रेनिंग के लिए पहुंचे थे.
जब इस मामले को लेकर बीएसएफ असिस्टेंट कमांडेंट से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. हालांकि, मामले की जानकारी बीएसएफ के नॉर्थ बंगाल फ्रंट मुख्यालय और दिल्ली मुख्यालय को दे दी गई है.
पुलिस और बीएसएफ की संयुक्त टीम अब इस बात की जांच कर रही है कि इन युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र कैसे और कहां से मिला. साथ ही, इस पूरे मामले में किसी बड़े फर्जीवाड़े या गिरोह की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है.